मुंबई: Saif Ali KhanAttack Case: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर पिछले दिनों हुए जानलेवा हमले के मामले में एक नया और बड़ा ट्विस्ट आया है। दरअसल, मुंबई पुलिस ने जिस बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम शहजाद को हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया है, उसके फिंगरप्रिंट्स क्राइम सीन पर मिले निशान से मैच नहीं हुए हैं।
राज्य की सीआईडी ने शरीफुल इस्लाम की फिंगरप्रिंट सैंपल्स की निगेटिव रिपोर्ट सब्मिट की है। ऐसे में यह मुंबई पुलिस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है और सवाल उठ रहे हैं कि असली हमलावर क्या शरीफुल इस्लाम ही है या कोई और है?
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पुलिस ने साधी चुप्पी
Saif Ali KhanAttack Case: बता दें कि, 16 जनवरी को हुए सैफ अली खान पर हमले के मामले में पुलिस ने घटना के लगभग 72 घंटे बाद शरीफुल इस्लाम को गिरफ्तार किया था। पुलिस का दावा है कि वह चोरी के इरादे से सैफ के घर में घुसा था और बाद में चाकू से एक्टर पर हमला कर दिया। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि, क्राइम सीन से मिले आरोपी के फिंगरप्रिंट्स गिरफ्तार किए गए आरोपी से नहीं मिलते हैं, जिससे सवाल उठने लगा है कि क्या पुलिस ने किसी गलत व्यक्ति को अरेस्ट कर लिया? सोशल मीडिया पर भी काफी सवाल उठते रहे हैं कि, सीसीटीवी में दिखाई दिया शख्स और शरीफुल इस्लाम अलग-अलग व्यक्ति है। पुलिस ने भी इस सवाल पर चुप्पी बनाई हुई है।
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सीआईडी सुप्रिटेंडेंट को भेजी गई थी रिपोर्ट
Saif Ali KhanAttack Case: सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि शरीफुल इस्लाम के दस फिंगरप्रिंट्स को सीआईडी के ब्यूरो में भेजे गए थे। सीआईडी ने एक सिस्टम जेनरेटेड रिपोर्ट के जरिए से कन्फर्म किया है कि क्राइम सीन से लिए गए 19 फिंगरप्रिंट्स में से कोई भी आरोपी के फिंगरप्रिंट से मैच नहीं करता है। यह शुक्रवार को पुणे के सीआईडी सुप्रिटेंडेंट को रिपोर्ट भेजी गई थी। इसके अलावा, पश्चिमी रेलवे द्वारा बनाई गई चेहरे की पहचान रिपोर्ट अभी जांच के दायरे में है। सैफ की बिल्डिंग से शख्स के बाहर निकलने के समय वाला सीसीटीवी फुटेज काफी धुंधला था और अधिकारी भी मौजूद टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके इमेज को बेहतर नहीं कर सके।