Narmada-Kshipra Irrigation Project

Ankit
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भोपाल। Narmada-Kshipra Irrigation Project: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 20 मार्च को उज्जैन जिले के तराना में 2,489 करोड़ 65 लाख रुपए लागत की नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना और अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन करेंगे। परियोजना से क्षेत्र के कुल 100 ग्रामों की 30 हजार 218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। इससे उज्जैन जिले की दो तहसीलों (तराना, घट्टिया) के कुल 83 ग्रामों की 27,490 हेक्टेयर भूमि और शाजापुर जिले की एक तहसील (शाजापुर) विधानसभा क्षेत्र शाजापुर के कुल 17 ग्रामों की 2728 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।


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परियोजना से उज्जैन जिले को उद्योग एवं पेयजल हेतु 129.60 एम.एल.डी. जल, नागदा नगर को उद्योग एवं पेयजल हेतु 129.60 एम.एल.डी. जल तथा तराना, घट्टिया एवं गुराडीया गुर्जर को 21.60 एम.एल.डी. जल पेयजल के लिए प्रदाय होगा। परियोजना से शाजापुर जिले के ग्राम समूह तथा शाजापुर नगर के पेयजल के लिए 43.20 एम.एल.डी. और मक्सी में पेयजल एवं उद्योग हेतु 43.20 एम.एल.डी. का जल प्रदाय होगा।

परियोजना में ओंकारेश्वर जलाशय से (ग्राम बड़ेल जिला खंडवा) से भूमिगत पाइप लाइन द्वारा 15 घन मी. प्रति सेकेण्ड की दर से जल 435 मीटर ऊंचाई तक कुल 6 पंपिंग स्टेशन एवं 50 पंप मोटर के माध्यम से उद्वहित किया जायेगा। परियोजना में मुख्य पाइप लाइन एवं वितरण प्रणाली से 2.5 हेक्टेयर चक तक कुल 2254 कि.मी. (3000 एम.एम. व्यास से 63 एम.एम. व्यास) पाइप लाइन बिछाई गई है। प्रति 20 हेक्टेयर पर एक ओ.एम.एस. बाक्स अर्थात कुल 1539 बॉक्स स्थापित किये गये हैं।


नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना क्या है?

यह एक बड़ी सिंचाई परियोजना है, जिसका उद्देश्य उज्जैन और शाजापुर जिलों के कृषि क्षेत्रों में जल आपूर्ति करना है। परियोजना से 100 ग्रामों की 30,218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान की जाएगी।

नर्मदा-क्षिप्रा परियोजना से कितने क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति होगी?

इस परियोजना से उज्जैन जिले के 83 ग्रामों और शाजापुर जिले के 17 ग्रामों को सिंचाई और पेयजल सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, उद्योगों को भी जल आपूर्ति की जाएगी।

इस परियोजना से कितनी जल आपूर्ति होगी?

परियोजना से उज्जैन जिले को 129.60 एम.एल.डी. जल, शाजापुर जिले को 43.20 एम.एल.डी. जल और मक्सी को 43.20 एम.एल.डी. जल प्रदाय किया जाएगा।

यह परियोजना किस प्रकार कार्य करेगी?

ओंकारेश्वर जलाशय से भूमिगत पाइपलाइन द्वारा जल को पंपिंग स्टेशनों के माध्यम से उद्वहित किया जाएगा, और इस जल को 6 पंपिंग स्टेशन और 50 पंप मोटर के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा।

नर्मदा-क्षिप्रा परियोजना में पाइपलाइन और अन्य तकनीकी विशेषताएँ क्या हैं?

परियोजना में 2254 किमी पाइपलाइन बिछाई गई है, जिसमें 3000 मिमी से लेकर 63 मिमी व्यास की पाइपलाइन शामिल है। इसके अलावा, प्रति 20 हेक्टेयर पर एक ओ.एम.एस. बाक्स स्थापित किया गया


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