Nagpur Violence Bangladesh Connection

Ankit
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नागपुर। Nagpur Violence Bangladesh Connection: महाराष्ट्र साइबर ने नागपुर हिंसा को लेकर सांप्रदायिक द्वेष फैलाने के इरादे से सोशल मीडिया मंचों पर साझा किए गए 140 से अधिक आपत्तिजनक पोस्ट की पहचान की है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि ये आपत्तिजनक पोस्ट फेसबुक, इंस्टाग्राम, ‘एक्स’ और यूट्यूब पर अपलोड किए गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसी सामग्री को तत्काल हटाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम 2000 की धारा 79(3)(बी) के तहत नोटिस जारी किए गए हैं।


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Nagpur Violence Bangladesh Connection: अधिकारी के अनुसार, आपत्तिजनक सामग्री जिन खातों से प्रसारित की गई थी, उन्हें संचालित करने वाले लोगों की वास्तविक पहचान उजागर करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 94 के तहत नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं बुधवार तक 6 FIR दर्ज हुई थी लेकिन अब नागपुर पुलिस ने कुल 10 FIR दर्ज किया है। अधिकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र साइबर ने नागपुर सिटी साइबर पुलिस थाने के साथ समन्वय करके नागपुर दंगों से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री (लिखित संदेश, फोटो, वीडियो, ऑडियो) प्रसारित करने में शामिल कई सोशल मीडिया खातों की पहचान की है।

जांच खुलासे में बांग्लादेश से कनेक्शन

नागपुर पुलिस की साइबर सेल ने बांग्लादेश से संचालित एक फेसबुक अकाउंट की पहचान की है, जिसने नागपुर में बड़े पैमाने पर दंगे भड़काने की धमकी दी थी। यह खतरनाक पोस्ट एक बांग्लादेशी यूजर द्वारा किया गया था, जिसमें उसने लिखा था कि सोमवार के दंगे तो सिर्फ एक छोटी घटना थी और भविष्य में और बड़े दंगे होंगे। जांच से पता चला कि उक्त अकाउंट संचालित करने वाला व्यक्ति बांग्लादेश का निवासी है और उसने यह संदेश बांग्लादेश से पोस्ट किया था। साइबर सेल ने फेसबुक से संपर्क कर उस अकाउंट को ब्लॉक करने का अनुरोध किया है।

साइबर सेल ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी असत्यापित जानकारी पर विश्वास न करें और अफवाहों को फैलाने से बचें। नागपुर शहर पुलिस ने दंगों में शामिल लोगों को पकड़ने और उनकी पहचान के लिए 18 विशेष जांच टीमें (एसआईटी) बनाई हैं। पुलिस की विशेष टीमें इन फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही हैं।


नागपुर हिंसा क्या है और यह क्यों हुआ?

नागपुर हिंसा एक साम्प्रदायिक घटना थी जिसमें सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक द्वेष फैलाने वाली सामग्री के कारण दंगे भड़क गए। यह हिंसा नागपुर शहर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा शुरू की गई थी, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

महाराष्ट्र साइबर ने कितनी आपत्तिजनक पोस्ट की पहचान की?

महाराष्ट्र साइबर ने नागपुर हिंसा से संबंधित 140 से अधिक आपत्तिजनक पोस्ट की पहचान की, जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ‘एक्स’ और यूट्यूब पर साझा की गई थीं।

नागपुर पुलिस ने कितनी FIR दर्ज की हैं?

नागपुर पुलिस ने अब तक 10 FIR दर्ज की हैं, जिनमें दंगों और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के आरोप में विभिन्न लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

बांग्लादेश से क्या कनेक्शन सामने आया है?

जांच में बांग्लादेश से एक फेसबुक अकाउंट का पता चला है, जिसने नागपुर में दंगे भड़काने की धमकी दी थी। यह पोस्ट एक बांग्लादेशी नागरिक द्वारा किया गया था, और साइबर सेल ने उस अकाउंट को ब्लॉक करने के लिए फेसबुक से संपर्क किया।

नागपुर पुलिस दंगों में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए क्या कदम उठा रही है?

नागपुर पुलिस ने दंगों में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए 18 विशेष जांच टीमें (SIT) बनाई हैं। ये टीमें फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही


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