चहल के चार विकेट से पंजाब किंग्स ने सबसे छोटे लक्ष्य का बचाव करने का रिकॉर्ड कायम किया

Ankit
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मुल्लांपुर, 15 अप्रैल (भाषा) युजवेंद्र चहल ने लय में वापसी करते हुए 28 रन पर चार विकेट लेकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी20 के कम स्कोर वाले मैच में मंगलवार को यहां कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पंजाब किंग्स को 16 रन की यादगार जीत दिलायी।


पंजाब किंग्स को 15.3 ओवर में 111 रनों पर रोकने के बाद, केकेआर सात ओवर में दो विकेट पर 60 रन बनाकर आसान जीत की ओर बढ़ रहा था लेकिन इसके बाद चहल ने केकेआर के मध्य क्रम को झकझोर कर पंजाब को रोमांचक जीत दिलाई।

केकेआर की टीम 15.1 ओवर में 95 रनों पर ऑल आउट हो गई। आईपीएल में यह सिर्फ पांचवां मौका है जब दोनों टीमें ऑल आउट हो गयी।

पंजाब किंग्स ने इसके साथ ही आईपीएल में सबसे छोटे स्कोर का सफलता पूर्व बचाव करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पहले सबसे कम स्कोर का बचाव चेन्नई सुपर किंग्स ने 2009 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 116 रन बनाकर किया था।

पंजाब के लिए मार्को यानसेन ने भी तीन विकेट लिये जबकि अर्शदीप, जेवियर बार्टलेट और ग्लेन मैक्सवेल को एक-एक सफलता मिली।

केकेआर के लिए अंगकृष रघुवंशी ने 28 गेंद में 37 रन की पारी खेलने के साथ कप्तान अजिंक्य रहाणे (17) के साथ तीसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद टीम ने आखिरी सात विकेट 23 रन के अंदर गंवा दिये।

इससे पहले, पंजाब किंग्स बिना किसी नुकसान के 39 रन से 15.3 ओवर में 111 रन पर ऑल आउट हो गई जिसमें हर्षित राणा ने 25 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि वरुण चक्रवर्ती और सुनील नारायण ने दो-दो विकेट लिए।

पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर की अपने घरेलू मैदान पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने की रणनीति उल्टी पड़ गई क्योंकि सलामी बल्लेबाज प्रियांश आर्य (22) और प्रभसिमरन सिंह (30) को छोड़कर उनके सभी बल्लेबाज अपने घरेलू मैदान पर संघर्ष करते दिखे।

इन दोनों के अलावा केवल नेहल वढेरा (10), शशांक सिंह (18) और जेवियर बार्टलेट (11) ही दोहरे अंक में रन बना सकें।

लक्ष्य का बचाव करते हुए मार्को यानसेन ने पहले ओवर में ही नारायण (पांच) के स्टंप्स को उखाड़ दिया तो वही पंजाब के लिए पदार्पण कर रहे बार्टलेट ने क्विंटन डिकॉक (दो) को चलता किया।

रघुवंशी क्रीज पर आते ही आक्रामक शॉट पर चौका लगाकर खाता खोला। उन्होंने बेखौफ बल्लेबाजी करते हुए यानसेन के खिलाफ लगातार दो चौके जड़े।

दूसरे छोर से कप्तान रहाणे ने बार्टलेट की गेंद को साइट स्क्रीन पर खेलकर केकेआर की पारी का पहला छक्का लगाया। इसी ओवर में रधुवंशी ने भी गेंद को दर्शकों के पास भेजने के पास आखिरी गेंद पर चौका लगाया। पावरप्ले के बाद टीम का स्कोर दो विकेट पर 55 रन था।

रघुवंशी ने अर्शदीप के खिलाफ एक रन लेकर तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की।

चहल ने आठवें ओवर में रहाणे को पगबाधा किया। रहाणे के लिए मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ रिव्यू नहीं लेना महंगा पड़ा। रिप्ले में गेंद ऑफ स्टंप के बाहर निकलती दिख रही थी।

लय तलाश रहे इस अनुभवी लेग स्पिनर ने अपने अगले ओवर में रशुवंधी की पारी को बार्टलेट के हाथों कैच कराकर खत्म किया। मैक्सवेल ने वेंकटेश अय्यर (सात) को पगबाधा किया जिससे पंजाब ने 74 रन पर पांच विकेट गंवा दिये।

चहल ने 12वें ओवर में लगातार गेंदों पर रिंकू सिंह (दो) और रमनदीप सिंह (शून्य) को पवेलियन की राह दिखाकर मैच पर पंजाब का दबदबा बना दिया।

हर्षित राणा भी छह गेंद में तीन रन का योगदान देकर यानसेन की गेंद को विकेटों पर खेल बैठे।

आंद्रे रसेल (17) ने चहल के खिलाफ दो छक्के और चौका लगाकर टीम को 95 रन तक पहुंचाया लेकिन वैभव अरोड़ा अर्शदीप सिंह ने चलता कर पंजाब को नौवीं सफलता दिलायी।

यानसेन ने 16वें ओवर की पहली गेंद पर रसेल को बोल्ड कर पंजाब को यादगार जीत दिला दी।

इससे पहले पंजाब किंग्स के कुछ बल्लेबाजों ने लापरवाही भरा और खराब शॉट खेलकर विकेट गंवाये। पिछले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ शतक जड़ने वाले आर्य ने नोर्किया के खिलाफ दो चौके तो वहीं प्रभसिमरन सिंह ने अरोड़ा के खिलाफ लगातार गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाकर पंजाब को तेज शुरुआत दिलायी।

चौथे ओवर में गेंदबाजी के लिए आये हर्षित ने पहली गेंद पर छक्का खाने के बाद तीन गेंद के अंदर आर्य और कप्तान कप्तान श्रेयस अय्यर (शून्य) को चलता कर केकेआर की शानदार वापसी कराई। इन दोनों का शानदार कैच रमनदीप सिंह ने लपका।

शानदार लय में चल रहे अय्यर हर्षित की गेंद को हवा में खेल बैठे और  रमनदीप ने दौड़ लगाने के बाद डाइव मारकर गेंद को मैदान से कुछ इंच ऊपर से पकड़ लिया।

पंजाब की खराब बल्लेबाजी इसके बाद भी जारी रही और जोश इंग्लिस (दो) को चक्रवर्ती ने बोल्ड कर दिया, जिससे घरेलू टीम पांचवें ओवर में तीन विकेट गंवा चुकी थी।

प्रभसिमरन पर इन विकेटों का कोई असर नहीं हुआ और इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने छठे ओवर में हर्षित की गेंदों पर लगातार दो छक्के जड़े। वह हालांकि दो गेंद बाद ही इस गेंदबाज का तीसरा शिकार बने। उनका कैच भी रमणदीप ने ही पकड़ा।

पावर प्ले में टीम 54 रन पर चार विकेट गंवा कर मुश्किल में थी और पारी को संवारने की जिम्मेदारी अनुभवी ग्लेन मैक्सवेल (सात) और वढेरा पर थी।

दोनों ने दो ओवर संभल कर बल्लेबाजी की लेकिन नोर्किया ने अपने दूसरे स्पैल में वढेरा को पवेलियन की राह दिखा दी। मैक्सवेल का खराब फॉर्म जारी रहा जो चक्रवर्ती का शिकार बने।

टीम ने 80 रन तक छह विकेट गंवा दिये थे और अनुभवी स्पिनर नारायण ने सुर्यांश शेडगे (चार) और मार्को यानसेन (एक) को आउट कर पंजाब के लिए वापसी की राह कठिन कर दी।

शशांक और बार्टलेट ने नौवें विकेट के लिए 23 रन की साझेदारी के साथ टीम को 100 रन के पार पहुंचाया लेकिन दोनों तीन गेंद के अंदर आउट हो गये। शशांक को अरोड़ा ने पगबाधा किया तो वही बार्टलेट के रन आउट होने से पंजाब की पारी सिमट गयी। 

भाषा आनन्द

आनन्द

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