लखनऊ, 15 अप्रैल (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) सहित शीर्ष केन्द्रीय शिक्षण संस्थानों में लंबे समय से स्थाई प्रमुख नहीं होने पर चिंता जताई।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “आईआईटी, आईआईएम और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) समेत देश के 17 शीर्ष केन्द्रीय शिक्षण संस्थानों में लंबे समय से स्थाई प्रमुख नहीं होकर तदर्थ व्यवस्था के बीच ‘कैम्पस सेलेक्शन’ (कंपनियों द्वारा विश्वविद्यालय में आकर भर्ती करने) में गिरावट को लेकर संसदीय समिति द्वारा चिंता व्यक्त करने की खबर शासन-व्यवस्था पर अनेकों सवाल खड़ी करती है।”
बसपा नेता ने कहा, “वैसे भी सरकारी नौकरियों और शिक्षित बेरोजगार व हुनरमन्दों के लिए उपयुक्त रोजगार का अभाव तथा कूरियर सेवा , सेल्समैन, सुरक्षा गार्ड व गैरहुनरमन्दों की ज्यादातर अस्थायी नौकरियों ने लोगों को काफी परेशान व दुखी कर रखा है। रोजगार और सुशासन के गंभीर उपाय की जरूरत है।”
भाषा जफर जितेंद्र
जितेंद्र