चंडीगढ़, 14 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में पुलिस के सामने पेश होने के लिए मंगलवार तक का समय मांगा है। बाजवा के खिलाफ प्राथमिकी उनके उस दावे को लेकर दर्ज की गई जिसमें कहा गया है कि ‘‘पंजाब में 50 बम पहुंच गए हैं।’’
हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनका समर्थन किया और आरोप लगाया कि वह ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ का शिकार हैं।
पंजाब कांग्रेस ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाजवा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
एक नेता ने कहा, ‘‘इस सूचना को गंभीरता से लेने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय, पंजाब सरकार उन्हें कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रही है।’’
‘पंजाब में 50 बम’ वाले बयान को लेकर बाजवा से पूछताछ की गई और फिर उन पर देश की संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने वाली भ्रामक जानकारी देने सहित अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया।
मोहाली के साइबर क्राइम पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। बाजवा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 197(1)(डी) (देश की संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने वाली झूठी और भ्रामक जानकारी) और 353(2) (दुश्मनी और नफरत या दुर्भावना पैदा करने के इरादे से झूठे बयान) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने कांग्रेस नेता को समन जारी कर सोमवार दोपहर को मोहाली के पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होने को कहा।
अपने वकील के माध्यम से बाजवा ने सोमवार को पेश होने में असमर्थता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें रविवार देर रात समन मिला। उनके वकील ने कहा कि बाजवा ने पेश होने के लिए मंगलवार तक का समय मांगा है।
प्राथमिकी में कहा गया है कि उनका इरादा सार्वजनिक शांति और सौहार्द को भंग करना था, ताकि इस तरह के बयान से विभिन्न समुदायों के बीच भय, दुर्भावना और कटुता पैदा हो।
कांग्रेस महासचिव और पंजाब के कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल ने बाजवा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आप सरकार पर निशाना साधा।
बघेल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘देश, पंजाब और पंजाबियत की रक्षा के लिए हम सभी प्रताप सिंह बाजवा जी के साथ हैं।’’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि कांग्रेस ‘इस प्रतिशोध से भयभीत नहीं होगी।’ रंधावा ने कहा कि बाजवा के खिलाफ प्राथमिकी ‘पूरी तरह से राजनीतिक और व्यक्तिगत प्रतिशोध से प्रेरित’ है।
भाषा संतोष अविनाश
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