बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर होगा ‘जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम’: मुख्यमंत्री |

Ankit
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( तस्वीर सहित )


लखनऊ, 14 अप्रैल (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में इसी महीने से शुरु किया जाने वाला ‘जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम’ (शून्य गरीबी अभियान) बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर होगा।

उन्होंने कहा कि हर गरीब-वंचित को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से सरकार ने ‘जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम’ की योजना बनाई है जिसका मतलब है कि कोई गरीब-वंचित न रहे, बल्कि वह सुविधायुक्त जीवन जिये।

यहां जारी एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 134वीं जयंती पर आंबेडकर महासभा की तरफ से सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक स्मारिका का भी विमोचन किया।

आदित्यनाथ ने कहा कि ‘जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम’ के पहले चरण में 14-15 लाख परिवारों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि हर ग्राम पंचायत में, विभिन्न सुविधाओं से वंचित 20-25 परिवार जरूर होंगे और डबल इंजन सरकार उन्हें वह सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना बाबा साहेब के नाम पर होगी, क्योंकि देश में शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक रूप से समुन्नत करने का दर्शन उन्होंने ही दिया था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जो ‘जीरो पॉवर्टी’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाएगा।

आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहेब का एक ही संकल्प था कि कोटि-कोटि वंचितों-दलितों को उनका अधिकार दिलाना है और देश के साथ साथ नागरिकों की आजादी के लिए भी कार्य करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1946 में संविधान सभा का गठन हुआ और पहली संगठित सरकार के न्याय मंत्री और संविधान समिति के ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के रूप में बाबा साहेब को कार्य करने का अवसर मिला।

उन्होंने कहा कि जो लोग भारत की एकता के पक्षधऱ नहीं थे, वह मानते थे कि भारत स्वतंत्र तो हो रहा है पर एकजुट नहीं रह पाएगा। ‘‘लेकिन बाबा साहेब के बनाए संविधान के चलते उनकी मंशा धरी की धरी रह गई। उत्तर से दक्षिण व पूरब से पश्चिम तक 140 करोड़ लोग एकता के सूत्र में बंधे हैं। संविधान के कारण भारत ने सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में आज तक अपनी धाक जमा रखी है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के सपने को साकार करने का प्रयास पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी ने किया और उसे नई गति प्रधानमंत्री मोदी ने दी ताकि शैक्षणिक, आर्थिक, और हर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।

उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी बाबा साहेब के मूल्यों के प्रति जागरूक हों। ‘‘बाबा साहेब ने कहा था कि शिक्षित बनो, शिक्षित रहेंगे तो भटक नहीं पाएंगे। सरकार से मिल रही सुविधा का लाभ लेकर बच्चों को पढ़ाइए। बाबा साहेब ने संगठित होकर कार्य करने, वंचितों-दलितों की मदद करने, आर्थिक रूप से समुन्नत बनने को कहा और यह सब शिक्षा से ही संभव है। इस मार्ग का अनुसरण करके ही आने वाली पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य दे पाएंगे।’’

इससे पहले मुख्यमंत्री ने आंबेडकर की जयंती पर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सर्वसमावेशी, सर्वहितग्राही, उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से दीप्त, एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को समृद्ध करते भारतीय संविधान के शिल्पकार, बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वह सच्चे अर्थों में ‘भारत रत्न’ एवं लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला थे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि समतामूलक एवं न्यायप्रिय समाज की स्थापना के लिए उनका संघर्ष हम सभी को अनंत काल तक प्रेरणा देता रहेगा।

भाषा जफर नरेश मनीषा

मनीषा



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