लखनऊ, 13 अप्रैल (भाषा) बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने रविवार को कहा कि प्रयागराज के करछना क्षेत्र में एक दलित व्यक्ति की हत्या ‘‘अत्यंत दुखद और चिंताजनक’’ है और राज्य सरकार से मांग की कि आपराधिक, असामाजिक व सामंती तत्वों के खिलाफ जरूर सख्त कार्रवाई कर कानून के राज को कायम करे।
बसपा प्रमुख ने रविवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के करछना में सामंती तत्वों द्वारा की गई एक दलित की नृशंस हत्या की घटना अति-दुखद व चिन्तनीय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में बेलगाम हो रहे ऐसे आपराधिक, असामाजिक व सामंती तत्वों के खिलाफ सरकार जरूर सख्त कार्रवाई करके कानून के राज को कायम करे।’’
मायावती ने कहा, ‘‘साथ ही, संविधान निर्माता भारत रत्न परम पूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के अनादर की घटनाओं को भी सरकार पूरी गंभीरता से लेकर समाज में तनाव एवं हिंसा पैदा करने वाले ऐसे गुनहगारों के विरुद्ध सरकार सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रुक सके।’’
करछना थाना क्षेत्र के इटौरा गांव में शनिवार रात 30 वर्षीय दलित व्यक्ति की कथित तौर पर किसी पुरानी रंजिश के चलते हत्या कर दी गई।
यमुनानगर के पुलिस उपायुक्त विवेक चंद्र यादव ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि देवी शंकर की हत्या कथित तौर पर उस व्यक्ति ने की है जिसके घर वह काम करने गया था।
यादव ने बताया कि शंकर के शव को जलाने का प्रयास किया गया। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और फॉरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है।
दूसरी घटना में, शनिवार को लखनऊ कलेक्ट्रेट से 36 किलोमीटर दूर मवई खत्री गांव में स्थापित आंबेडकर प्रतिमा को हटाने का विरोध कर रही भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे गए।
पुलिस के अनुसार, इलाके के कुछ लोगों ने तीन दिन पहले एक प्राथमिक विद्यालय के सामने ग्राम सभा की जमीन पर आंबेडकर की प्रतिमा लगा दी थी। शनिवार को जब अधिकारी प्रतिमा हटाने पहुंचे तो सैकड़ों लोग उन्हें रोकने के लिए इकट्ठा हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर पत्थरबाजी की, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
भाषा आनन्द खारी
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