नयी दिल्ली, नौ अप्रैल (भाषा) वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने बुधवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करने से वाहन क्षेत्र को फायदा होगा।
सियाम ने कहा कि इससे वित्तपोषण की लागत कम होगी और बाजार में सकारात्मक धारण बनेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पेश करते हुए रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करके इसे छह प्रतिशत पर लाने का फैसला किया।
मुद्रास्फीति में कमी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच कर्ज लेने की लागत नवंबर, 2022 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गई है।
सियाम के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने बयान में कहा कि इस समय दरों में कमी से वाहन क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चंद्रा टाटा पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भी हैं।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘वित्तपोषण लागत कम होने से पहुंच बढ़ेगी, जिससे पूरे बाजार में सकारात्मक भावना पैदा होगी।’’
रेनो इंडिया के भारत में सीईओ और प्रबंध निदेशक वेंकटराम ममिलापल्ले ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वित्तीय संस्थान इन लाभ को कर्ज लेने वाले ग्राहकों तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचाएंगे। यह कदम वाहन क्षेत्र को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है।’’
उन्होंने कहा कि कम ईएमआई होने पर खासतौर से शुरुआती और मध्यम स्तर के वाहनों की मांग बढ़ सकती है।
भाषा पाण्डेय अजय
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