बदलते वैश्विक परिदृश्य में प्रवासी भारतीय समुदाय की भूमिका और महत्वपूर्ण हो गई है: राष्ट्रपति मुर्मू |

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(अभिषेक शुक्ला)


(फोटो के साथ)

लिस्बन, आठ अप्रैल (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में प्रवासी भारतीय समुदाय की भूमिका और महत्वपूर्ण हो गई है।

उन्होंने पुर्तगाल में भारतीय समुदाय को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने तथा उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पुर्तगाल की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा के अंत में यहां भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी कहा कि दशक के अंत तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

उन्होंने कहा कि दुनिया भर में संबंधों को प्रगाढ़ करने में प्रवासी भारतीय समुदाय की भूमिका ‘‘और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि हम अधिक जिम्मेदारियां लेते हैं तथा वैश्विक समस्याओं के समाधान की दिशा में काम करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार अपने प्रवासियों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने तथा उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

उन्होंने कहा कि पुर्तगाल में अपने संक्षिप्त लेकिन अत्यंत सार्थक प्रवास के दौरान उन्होंने भारत और पुर्तगाल के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों को महसूस किया, जिसे भारतीय कला, संस्कृति और भोजन, योग और आयुर्वेद की लोकप्रियता में देखा जा सकता है।

पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा द्वारा सोमवार शाम ‘अजुदा’ पैलेस में उनके सम्मान में आयोजित राजकीय भोज के दौरान मुर्मू ने कहा कि भारत-यूरोपीय संघ संबंधों को बढ़ावा देने में पुर्तगाल की महत्वपूर्ण भूमिका की भारत सराहना करता है।

मुर्मू ने कहा, ‘‘आज सुबह हमारी बातचीत में महामहिम राष्ट्रपति और मैं इस बात पर सहमत हुए कि हमारे संबंध बहुआयामी साझेदारी में बदल गए हैं, जो उच्च-स्तरीय यात्राओं और बढ़ते वाणिज्यिक संबंधों से मजबूत हुए हैं। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, व्यापार में निरंतर वृद्धि देखना उत्साहजनक है।’’

इससे पहले, राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने व्यापक बातचीत की तथा द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की।

राष्ट्रपति भवन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वे (दोनों नेता) इस बात पर सहमत हुए कि व्यापार और वाणिज्य, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग के लिए अधिक अवसर हैं।’’

उन्होंने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको के साथ भी बातचीत की और विभिन्न द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।

भाषा सुरभि सुभाष

सुभाष



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