टिकटों की मांग क्षमता से अधिक होने पर लागू होता है स्व-नियमन पहलूः एआई एक्सप्रेस एमडी

Ankit
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गुरग्राम, 28 मार्च (भाषा) एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रमुख आलोक सिंह ने शुक्रवार को एयरलाइन की उड़ानों का किराया बेहद प्रतिस्पर्धी बताते हुए कहा कि ‘स्व-नियमन पहलू’ उन स्थितियों में लागू होता है जब क्षमता मांग में वृद्धि को पूरा न कर पाए।


हवाई किराया में अचानक उछाल आने को लेकर लगातार चिंताएं बनी हुई हैं और इसकी वजह से कीमतों को विनियमित करने की मांग जोर पकड़ रही है। देश में हवाई किराया अब किसी भी तरह के नियंत्रण से मुक्त है।

एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रबंध निदेशक सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एयरलाइन की तरफ से पेश किए जाने वाले किराये बेहद प्रतिस्पर्धी हैं और अगर यात्रा की योजना समझदारी से बनाई जाए तो बेहतरीन कीमत पर टिकटें ली जा सकती हैं।

उन्होंने कहा, ‘हमेशा मांग में तेजी आएगी, जहां क्षमता पूरी नहीं हो पाएगी। यहीं पर स्व-नियमन पहलू सामने आता है।’

इस सप्ताह की शुरुआत में एक संसदीय समिति ने हवाई किराये की निगरानी के लिए एक नया कृत्रिम मेधा (एआई)-संचालित ‘कठोर’ हवाई किराया मूल्य निर्धारण नियमन व्यवस्था स्थापित करने का सुझाव दिया।

संसदीय समिति ने यह भी कहा है कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के तहत मौजूदा नियामकीय ढांचे में हवाई किराये का सक्रिय रूप से नियमन कर पाने की क्षमता नहीं है।

इस बीच, एयर इंडिया एक्सप्रेस को अप्रैल से प्रतिदिन 525 से अधिक उड़ानें संचालित करने की उम्मीद है। वह फिलहाल लगभग 485 उड़ानें संचालित करती है।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण



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