पुलिस कर्मियों के आठ फोन की फॉरेंसिक जांच की जा रही |

Ankit
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नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के आवासीय परिसर से कथित तौर पर नकदी मिलने के मामले की जांच के तहत दिल्ली पुलिस के आठ कर्मियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें फॉरेंसिक विभाग को भेज दिया गया है। यह जानकारी पुलिस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को दी।


सूत्रों ने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत तुगलक रोड थाना प्रभारी, जांच अधिकारी हवलदार रूपचंद, उप निरीक्षक रजनीश, मोबाइल बाइक गश्त पर मौके पर पहुंचे दो पुलिसकर्मियों और तीन पीसीआर कर्मियों के मोबाइल की जांच की जा रही है।

एक सूत्र ने बताया कि अधिकारी अब यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि जब अधिकारी आग लगने के दौरान घटनास्थल पर पहुंचे थे, तो क्या इन मोबाइल फोन से कोई वीडियो रिकॉर्ड किया गया था।

सूत्र ने बताया कि अगर कोई वीडियो बनाया गया था, तो जांचकर्ता इसकी जांच करेंगे कि क्या उसमें किसी तरह की छेड़छाड़ की गई है। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने इन सभी अधिकारियों के बयान भी दर्ज किए हैं।

बुधवार को पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) देवेश महला के नेतृत्व में एक दल ने न्यायाधीश के आवास का दौरा किया और कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की।

सूत्रों ने बताया कि डीसीपी, एक एसीपी और अन्य अधिकारियों सहित छह सदस्यों वाला पुलिस दल बुधवार अपराह्न करीब 1.50 बजे न्यायमूर्ति वर्मा के 30, तुगलक रोड स्थित आवास पहुंचा और करीब दो घंटे बाद वहां से निकला। सूत्रों ने बताया कि टीम ने उस जगह को संरक्षित किया जहां कथित तौर पर नकदी मिली थी।

सूत्रों के अनुसार, यह दौरा 14 मार्च को आग लगने की घटना के बाद न्यायमूर्ति वर्मा के लुटियंस स्थित आवास में ‘‘भारतीय मुद्रा नोट से भरी चार से पांच अधजली बोरियां’’ मिलने की प्रारंभिक जांच का हिस्सा था।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ एक वीडियोग्राफर भी था और उन्होंने उस स्टोररुम का निरीक्षण किया, जहां कथित नकदी मिली थी।

उन्होंने कहा कि दल ने न्यायाधीश के आवास पर लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज की भी समीक्षा की और आने वाले दिनों में पुलिस और अग्निशमन कर्मियों से पूछताछ कर सकती है।

न्यायमूर्ति वर्मा ने कहा था कि घटना के समय वे मध्य प्रदेश में थे। उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य द्वारा स्टोररूम में कभी भी नकदी नहीं रखी गई।

भाषा अमित शोभना

शोभना



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