(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, 26 मार्च (भाषा) बीजिंग ने बुधवार को उस अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें चेतावनी दी गई है कि चीन, अमेरिका के लिए ‘सबसे व्यापक सैन्य खतरा’ है जो 2030 तक शीर्ष कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) शक्ति के रूप में उसे पीछे छोड़ सकता है। चीन ने कहा कि वाशिंगटन द्वारा गढ़ी गई ‘चीनी खतरे’ की झूठी कहानी प्रसारित की जा रही है।
अमेरिकी खुफिया समुदाय द्वारा मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट में चीन, ईरान, उत्तर कोरिया और रूस को उन प्रमुख देशों के रूप में नामित किया गया है जो पारंपरिक राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर साइबर, व्यापार और प्रौद्योगिकी तक कई मोर्चों पर अमेरिकी हितों को चुनौती दे रहे हैं।
‘‘वर्ष 2025 वार्षिक खतरा आकलन (एटीए)’’ रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चीन सबसे व्यापक सैन्य खतरा है और अगले पांच वर्षों में शीर्ष कृत्रिम बुद्धिमत्ता शक्ति के रूप में वह इसे पछाड़ने का लक्ष्य रखता है।
अमेरिकी रिपोर्ट का खंडन करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि अमेरिका हर साल इस तरह की गैरजिम्मेदाराना और पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट जारी करता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका झूठे ‘चीनी खतरे’ की कहानी को बढ़ावा देने और प्रमुख देशों के बीच प्रतिद्वंद्विता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है, ताकि चीन को दबाने और अमेरिकी वर्चस्व को कायम रखने का बहाना मिल सके।
अमेरिकी रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि चीन के विकास का एक लंबा ऐतिहासिक सूत्र है और यह मजबूत और स्व-चालित है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा किसी से आगे निकलने या किसी की जगह लेने का कोई इरादा नहीं है।’’
भाषा संतोष सुरेश
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