इस्लामाबाद, 26 मार्च (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर पाकिस्तान के लिए 1.3 अरब डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी है। साथ ही पहले से स्वीकृत सात अरब डॉलर के कर्ज की पहली समीक्षा पर एक समझौता भी किया है।
जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के उपायों से जुड़ा नया समझौता 28 माह के लिए है। इसका उद्देश्य सुधारों के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए देशों को जलवायु चुनौतियों से निपटने में मदद करना है।
इसके अतिरिक्त, सात अरब डॉलर के प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत देश के लिए एक अरब डॉलर दिये जाने से कुल वितरण दो अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा।
पाकिस्तान में मुद्राकोष के मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर ने मंगलवार को कहा, ‘‘आईएमएफ टीम ने विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) के तहत 37 महीने की विस्तारित व्यवस्था की पहली समीक्षा और आईएमएफ के ‘रेजिलिएंस और सस्टेनेबिलिटी ट्रस्ट’ के तहत 28 महीने की नई व्यवस्था पर पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ एक कर्मचारी-स्तरीय समझौता (एसएलए) किया है। इसके तहत 28 महीनों में कुल 1.3 अरब डॉलर उपलब्ध कराए जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आईएमएफ निदेशक मंडल की स्वीकृति मिलने पर, पाकिस्तान को ईएफएफ के तहत लगभग एक अरब डॉलर की सुविधा मिलेगी। इससे कार्यक्रम के तहत कुल वितरण लगभग दो अरब डॉलर हो जाएगा।’’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसके लिए अपनी टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं कि यह ‘टीम वर्क’ के माध्यम से हासिल किया गया है।’’
भाषा रमण अजय
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