नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को शिक्षा जगत, स्टार्टअप, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं से नए समाधान विकसित करने के लिए परस्पर साथ आने और इस पुरानी मानसिकता को छोड़ने का आग्रह किया कि सरकार को ही सब कुछ करना चाहिए।
स्वदेशी वेब ब्राउजर और चिप्स टू स्टार्ट अप (सी2एस) कार्यक्रम के विजेताओं को पुरस्कृत देते हुए मंत्री ने कहा कि भारत एक महान सेवा प्रदाता राष्ट्र रहा है। अब इसे एक उत्पादन करने वाला राष्ट्र भी बनना चाहिए।
वैष्णव ने कहा, ‘‘केवल कुछ सरकारी संस्थान ही सब कुछ विकसित करेंगे की पुरानी मानसिकता के स्थान पर अब एक नई मानसिकता को जन्म दिया है, जहां…शिक्षा जगत, स्टार्टअप, छात्र और शोधकर्ता…को नए समाधान तैयार करने के लिए एक साथ आना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि सेवा एक महान उद्योग है जिसे निरंतर विकसित होना चाहिए लेकिन साथ ही भारत को एक विनिर्माण करने वाला राष्ट्र भी बनने की आवश्यकता है
मंत्री ने स्वदेशी ब्राउज़र के विकास पर उनके काम के लिए टीम ज़ोहो को एक करोड़ रुपये का पहला पुरस्कार, टीम पिंग को 75 लाख रुपये का दूसरा पुरस्कार और टीम अजना को 50 लाख रुपये का तीसरा पुरस्कार दिया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव एस कृष्णन ने कहा कि भारत के भीतर डेटा की सुरक्षा के लिए स्वदेशी ब्राउज़र की आवश्यकता है और ऐसे ब्राउज़र की आवश्यकता है जिन पर पूरी तरह से भरोसा किया जा सके।
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