नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि दुनिया देख रही है कि शुल्क, प्रतिबंधों और निर्यात नियंत्रणों को ‘‘हथियार के रूप में इस्तेमाल’’ किया जा रहा है और भारत को उन साझेदारों के साथ काम करके इस चुनौती से निपटना चाहिए, जो भरोसेमंद हैं।
‘रायसीना डायलॉग’ कार्यक्रम के दौरान जयशंकर की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपने साझेदारों और अन्य देशों पर बराबर का शुल्क लगाने की घोषणा पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच आई है। हालांकि, विदेश मंत्री ने शुल्क के संबंध में ट्रंप की चेतावनी का कोई उल्लेख नहीं किया।
व्यापार से संबंधित ‘रायसीना डायलॉग’ के एक सत्र को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा, ‘‘शुल्क, प्रतिबंध, निर्यात नियंत्रण-चाहे हम इन्हें पसंद करें या नहीं, ये वास्तविकता हैं, देश इनका इस्तेमाल करते हैं।’’
विदेश मंत्री ने व्यापार को ‘‘हथियार के रूप में इस्तेमाल’’ किए जाने से उत्पन्न स्थिति से निपटने के तौर-तरीकों पर भी बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘आज विश्व राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस तरह से व्यावसायिक निर्णय लेता है, जैसा कि पहले देखने को नहीं मिलता था, विशेषकर डिजिटल युग में।’’
भाषा
शफीक पारुल
पारुल