लखनऊ, 17 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश में महिला और लड़कियों से छेड़छाड़ व उत्पीड़न रोकने के लिये गठित ‘एंटी रोमियो स्क्वायड’ की तर्ज पर दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में ‘शिष्टाचार स्क्वायड’ का गठन करने का फैसला किया। सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी गयी।
राज्य सरकार द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक, लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार की पहल अन्य राज्यों के लिए ‘रोल मॉडल’ बनकर उभरी है।
बयान के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने छेड़छाड़ और उत्पीड़न पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश के ‘एंटी रोमियो स्क्वायड’ की तर्ज पर ‘शिष्टाचार स्क्वायड’ का गठन करने का फैसला किया है।
बयान में बताया गया कि यह दस्ता ‘एंटी रोमियो स्क्वायड’ की तरह ही काम करेगा।
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप मनचलों और शोहदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ‘एंटी रोमियो स्क्वायड’ का गठन किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रदेश के हर थाने में महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की अलग से तैनाती की गयी थी।
अधिकारी ने बताया कि इस दस्ते में शामिल पुलिसकर्मियों को स्कूल, कॉलेज, मुख्य बाजारों, मंदिर और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर गश्त कर लड़कियों व महिलाओं से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा के संबंध में जागरूक करना और मनचलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना था।
कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश भर में लगातार ‘एंटी रोमियो स्क्वायड’ द्वारा अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 22 मार्च 2017 से पांच फरवरी 2025 तक एक करोड़ से अधिक स्थानों पर करीब चार करोड़ लोगों को पकड़ा गया।
वहीं, अभियान के दौरान 24 हजार नौ मुकदमे दर्ज करते हुए 32,291 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी।
अधिकारी ने बताया कि करीब डेढ़ लाख लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। भाषा सलीम जितेंद्र
जितेंद्र