जेल में बंद सांसद अमृतपाल के सात सहयोगियों को असम जेल से पंजाब वापस लाया जाएगा

Ankit
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चंडीगढ़, 16 मार्च (भाषा) पंजाब पुलिस असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद एवं कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को वापस लाएगी, क्योंकि राज्य सरकार ने कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत उनकी हिरासत अवधि को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।


अधिकारी ने बताया कि डिब्रूगढ़ की जेल में बंद इन सात लोगों को 2023 में अजनाला पुलिस थाने पर हमले की घटना के सिलसिले में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि इन सात लोगों की हिरासत अवधि समाप्त होने वाली है और राज्य सरकार ने एनएसए के तहत इनकी हिरासत को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।

‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल और उसके नौ सहयोगी पिछले दो वर्षों से एनएसए के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में हैं। अमृतपाल ने 2024 का लोकसभा चुनाव निर्दलीय के रूप में लड़ा था और खडूर साहिब सीट से जीत दर्ज की थी।

अमृतपाल के जिन साथियों को पंजाब वापस लाया जाएगा, उनमें बसंत सिंह, भगवंत सिंह बाजेखाना, गुरुमीत सिंह बुक्कनवाल, दलजीत सिंह कलसी, गुरिंदरपाल सिंह गुरी औजला, हरजीत सिंह और कुलवंत सिंह धालीवाल शामिल हैं।

पुलिस उप महानिरीक्षक (बॉर्डर रेंज अमृतसर) सतिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस 2023 में अजनाला पुलिस थाने पर हमले की घटना की जांच आगे बढ़ाएगी।

उन्होंने कहा कि एनएसए के तहत हिरासत में लिए गए 10 लोगों को अजनाला पुलिस थाने पर हमले से जुड़े मामले में अभी तक औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है।

सिंह ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम मामले की जांच आगे बढ़ा रहे हैं। हम प्राथमिकी संख्या-39 में नामजद सात लोगों को गिरफ्तार करेंगे और उन्हें पंजाब वापस लाएंगे।’’

हालांकि, सिंह ने अमृतपाल से जुड़े सवाल पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

पिछले साल अमृतपाल और उसके नौ साथियों की एनएसए के तहत हिरासत एक साल के लिए बढ़ा दी गई थी।

अमृतपाल को एक महीने से अधिक समय की तलाश के बाद 23 अप्रैल 2023 को मोगा के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया था।

भाषा शफीक पारुल

पारुल



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