नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि मृत्यु अटल सत्य है और असल में मायने यह रखता है कि जिंदगी कैसे जी गयी है।
पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के साथ एक पॉडकास्ट में मोदी ने कहा कि मृत्यु को लेकर चिंता करने के बजाय जीवन को गले लगाना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मृत्यु से डरते हैं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हम निश्चित रूप से जानते हैं कि जो जन्म लेता है, उसकी मृत्यु तय है। इसके बावजूद जीवन का फलना-फूलना तय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो चीज निश्चित है, उसका डर क्यों? इसीलिए आपको मौत पर चिंता करने के बजाय जीवन को गले लगाना चाहिए। इसी तरह जीवन विकसित और समृद्ध होगा।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि वे चिंता में समय बर्बाद न करें, बल्कि अपनी ऊर्जा अपने जीवन को समृद्ध बनाने और दुनिया में सकारात्मक योगदान देने में लगाएं।
मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि क्योंकि जीवन अनिश्चित है, इसलिए हर पल को उद्देश्यपूर्ण, सीखते हुए और बदलाव लाने वाले तरीके से व्यतीत किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको अपने जीवन को समृद्ध और उन्नत करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए ताकि आप मृत्यु के आने से पहले पूरी तरह से और उद्देश्यपूर्ण जीवन जी सकें… आपको मृत्यु के भय को छोड़ देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकार, मृत्यु अवश्यंभावी है और यह चिंता करने का कोई फायदा नहीं है कि यह कब आएगी।’’
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देवेंद्र प्रशांत
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