नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) भारत में फरवरी में विलय-अधिग्रहण एवं निजी इक्विटी सौदों में रिकॉर्ड उछाल देखा गया। ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
इस दौरान कुल 7.2 अरब डॉलर के 226 विलय-अधिग्रहण और निजी इक्विटी सौदे हुए। यह पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक मासिक आंकड़ा है।
रिपोर्ट में कहा गया, ”यह फरवरी 2024 की तुलना में मात्रा के लिहाज से 67 प्रतिशत की वृद्धि और मूल्य के लिहाज से 5.4 गुना वृद्धि दर्शाता है।”
फरवरी में 4.8 अरब डॉलर के 85 विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) सौदे हुए। इसमें मूल्य के लिहाज से घरेलू सौदों की 78 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
इसमें कहा गया कि भारतीय सार्वजनिक बाजारों में विदेशी निवेश में गिरावट और व्यापार शुल्कों के बढ़ने सहित वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत में सौदा गतिविधियों में लचीलापन देखने को मिला। ऐसा मजबूत घरेलू मांग के चलते हुए।
रिपोर्ट में कहा गया कि समीक्षाधीन अवधि में जेन टेक्नोलॉजीज और निटको लिमिटेड प्रमुख अधिग्रहणकर्ता थे। इन दोनों ने चार कंपनियों का अधिग्रहण किया।
फरवरी में महत्वपूर्ण सौदों में ओएनजीसी-एनटीपीसी ग्रीन द्वारा अयाना रिन्यूएबल पावर का 2.3 अरब डॉलर में अधिग्रहण शामिल है।
भाषा पाण्डेय अनुराग
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