मुंबई, 13 मार्च (भाषा) मजबूत वृहद आर्थिक आंकड़ों और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बाद बृहस्पतिवार को रुपया 22 पैसे बढ़कर 87 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर सूचकांक में हाल की कमजोरी ने भी स्थानीय मुद्रा को समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि हालांकि, घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और विदेशी पूंजी के निरंतर बहिर्गमन ने तीव्र बढ़त को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.13 पर खुला और डॉलर के मुकाबले दिन के उच्चस्तर 86.96 तक चला गया। रुपये ने 87.15 के निचले स्तर को भी छुआ और कारोबार के अंत में यह 87 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले बंद स्तर से 22 पैसे की बढ़त है।
बुधवार को पिछले सत्र में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 87.22 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि बेहतर वृहद आर्थिक आंकड़ों और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण रुपये में सुधार हुआ। हालांकि, कमजोर घरेलू बाजारों ने तेज बढ़त को रोक दिया।
चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजार, व्यापार शुल्क के मुद्दे और एफआईआई की निकासी ने रुपये की बढ़त को सीमित कर दिया।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 103.70 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.37 प्रतिशत गिरकर 70.69 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 200.85 अंक के नुकसान के साथ 73,828.91 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 73.30 अंक की गिरावट के साथ 22,397.20 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध आधार पर 1,627.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा अनुराग अजय
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