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गुवाहाटी, 10 मार्च (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने असम को देश में सबसे बेहतर वित्तीय प्रबंधन वाले राज्यों में से एक बताते हुए सोमवार को कहा कि यह राष्ट्रीय औसत से अधिक जीएसडीपी वृद्धि के साथ ‘शुद्ध योगदानकर्ता’ बनने की राह पर है।
शर्मा ने राज्य विधानसभा में बजट पेश होने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य का कुल व्यय चालू वित्त वर्ष में 1.75 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाने की उम्मीद है, जो 2015-16 के 41,000 करोड़ रुपये से थोड़े अधिक के व्यय की तुलना में एक बड़ी छलांग है।
असम के वित्त मंत्री अजंता नियोग ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 2.63 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें 620.27 करोड़ रुपये का घाटा है। यह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले का आखिरी पूर्ण बजट है।
इस बजट के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसमें असम के लिए भविष्य की रूपरेखा पेश की गई है। कोई नया कर नहीं लगाया गया है, बल्कि कुछ क्षेत्रों को राहत जारी रखी गई है।’’
शर्मा ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में असम के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि राष्ट्रीय जीएसडीपी वृद्धि औसत 10 प्रतिशत रही।
उन्होंने कहा कि असम ऋण एवं जीएसडीपी अनुपात के लिहाज से देश में सबसे निचले पायदान वाले राज्यों में से एक है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम अब शुद्ध योगदान देने वाला राज्य बन रहे हैं।’’
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