पुणे, 10 मार्च (भाषा) पुलिस ने एक स्थानीय समाचार चैनल के पत्रकार को महाराष्ट्र के मंत्री जयकुमार गोरे के एक सहयोगी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ मंत्री से कथित रूप से पांच करोड़ रुपये की जबरन वसूली के प्रयास का मामला भी दर्ज किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सतारा पुलिस ने स्थानीय यूट्यूब चैनल ‘लय भारी’ के संपादक तुषार खरात को रविवार को मुंबई से गिरफ्तार किया।
कुछ विपक्षी नेताओं ने हाल ही में गोरे के इस्तीफे की मांग की थी, उन पर एक महिला को परेशान करने और उसे आपत्तिजनक तस्वीरें भेजने का आरोप था।
राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री ने आरोपों को खारिज कर दिया है। पिछले हफ्ते गोरे ने शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत, राकांपा (एसपी) विधायक रोहित पवार और तुषार खरात के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया था। इस नोटिस में उनपर खरात को बदनाम करने का आरोप लगाया गया था।
गोरे ने पिछले हफ्ते कहा था कि अदालत ने उन्हें 2019 में सभी आरोपों से बरी कर दिया था और निर्देश दिया था कि सामग्री नष्ट कर दी जाए। भाजपा नेता ने कहा था कि एक पुराने मुद्दे को उठाकर उनकी छवि खराब की गई है।
सतारा के वडूज थाने के एक अधिकारी ने बताया, ‘भाजपा के सोशल मीडिया समन्वयक और गोरे के सहयोगी शेखर पटोले ने शिकायत दर्ज कराई थी कि खरात ने पटोले के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणियां कीं, उन्हें जान से मारने की धमकी दी और उनसे हार्ड डिस्क भी छीन ली।’
अधिकारी ने कहा, ‘खरात ने अपने यूट्यूब चैनल पर शिकायतकर्ता के खिलाफ अपमानजनक सामग्री भी कथित तौर पर अपलोड की थी।’
उन्होंने बताया कि वडूज पुलिस ने रविवार को खरात को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा गोरे की शिकायत के आधार पर सतारा में दहीवाड़ी पुलिस ने खरात के खिलाफ 2016 के उत्पीड़न के एक मामले को उठाने और मंत्री से पांच करोड़ रुपये की जबरन वसूलने की कोशिश के आरोप में मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, गोरे ने अपनी शिकायत में कहा कि खरात ने अपने समाचार चैनल पर उनके खिलाफ 2016 के मामले से संबंधित अपमानजनक सामग्री अपलोड की और उन्हें धमकी दी कि वह दो-तीन महिलाओं की मदद से ऐसे और मामले गढ़ेंगे तथा मामले को निपटाने के लिए पांच करोड़ रुपये मांगे।
गिरफ्तारी से पहले खरात ने अपने यूट्यूब चैनल पर दावा किया था कि उनके खिलाफ फर्जी और झूठे मामले दर्ज किए गए हैं।
भाषा नोमान मनीषा
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