नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो ने बृहस्पतिवार को कहा कि द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने की जरूरत है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ओनो ने यहां उद्योग मंडल फिक्की और जापान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जेसीसीआई) की तरफ से आयोजित ‘भारत-जापान और जापान-भारत व्यापार सहयोग समिति की 48वीं संयुक्त बैठक’ में अपने संबोधन में यह बात कही।
बयान में जापान के राजदूत के हवाले से कहा गया कि दोनों पक्षों की ओर से लोगों के व्यापक आदान-प्रदान की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘जापान की आबादी तेजी से उम्रदराज हो रही है और उसे अपने उद्योग के लिए भारत से कुशल लोगों की जरूरत है। भारत-जापान आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए, लोगों के बीच आदान-प्रदान में और अधिक गहन सहयोग की जरूरत है।’’
बयान के मुताबिक, ओनो ने कहा कि कई जापानी कंपनियां भी कुछ परिचालन के लिए भारत में अपने जापानी श्रमशक्ति की ‘अधिक भागीदारी’ चाहती हैं।
राजदूत ने कहा, ‘‘भारत अब दुनिया में आर्थिक वृद्धि का केंद्र है। हमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच जुड़ाव के लिए और अधिक महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखने की जरूरत है। भारत और जापान के बीच आर्थिक जुड़ाव को मजबूत करने के लिए लोगों के बीच संबंधों को और बढ़ावा देना चाहिए।’’
भारत में फिलहाल करीब 1,500 जापानी कंपनियां मौजूद हैं और दोनों पक्षों को आने वाले वर्षों में यह संख्या बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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