(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, पांच मार्च (भाषा) नेपाल के एक वरिष्ठ मंत्री ने बुधवार को कहा कि माओवादियों द्वारा चलाये गये एक दशक लंबे सशस्त्र विद्रोह के कारण नेपाल 25 साल पीछे चला गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश का विकास केवल शांतिपूर्ण तरीकों से ही संभव है।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने 26वें यदु स्मृति दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘विचारधारा हथियारों से अधिक शक्तिशाली होती है और यह बात उन माओवादियों ने साबित कर दी है, जिन्होंने हथियार डालकर शांतिपूर्ण राजनीति अपनाई।’’
सीपीएन-यूएमएल रुकुम जिला समिति के जिला सचिव यदु प्रसाद गौतम की 26 वर्ष पूर्व माओवादियों के एक समूह ने हत्या कर दी थी।
नेपाल सरकार के प्रवक्ता गुरुंग ने कहा कि माओवादियों द्वारा चलाये गये एक दशक लंबे सशस्त्र विद्रोह के कारण नेपाल ‘‘25 वर्ष पीछे चला गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हथियार सौंपना और शांतिपूर्ण राजनीतिक रास्ता अपनाना उनका बुद्धिमानी भरा निर्णय था।’’ उन्होंने यह भी कहा कि यदि माओवादियों ने हथियार नहीं छोड़े होते तो उनका सफाया हो गया होता।
उन्होंने कहा, ‘‘मतों के माध्यम से राजशाही को उखाड़ फेंकने का हमारा गौरवशाली इतिहास रहा है।’’
उन्होंने कहा कि देश का विकास केवल शांतिपूर्ण तरीकों से ही संभव है।
गुरुंग ने कहा कि उग्रवाद के दौरान माओवादियों द्वारा की गई हिंसा के प्रभाव के कारण देश अभी भी पीड़ित है। उन्होंने कहा कि दूसरों की नकल करके क्रांति नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि माओवादियों ने अपने हिंसक संघर्ष के विफल होने के बाद शांतिपूर्ण रास्ता अपनाया है।
भाषा
देवेंद्र माधव
माधव