जम्मू, चार मार्च (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में उपराज्यपाल के अभिभाषण में सदन द्वारा पारित अनुच्छेद 370 की बहाली के प्रस्ताव का उल्लेख नहीं करने के बारे में टिप्पणी करने को लेकर मंगलवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती की आलोचना की और उन पर दिखावा करने का आरोप लगाया।
जम्मू कश्मीर में सत्तारूढ़ पार्टी ने यह भी कहा कि इस केंद्रशासित प्रदेश के लोग अनुच्छेद 370 को हटाने में पीडीपी की भूमिका को नहीं भूलेंगे।
महबूबा ने सोमवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस पर अनुच्छेद 370 के निरसन को ‘वैध’ ठहराने का आरोप लगाया था।
उपमुख्यमंत्री सुरेन्द्र चौधरी ने महबूबा की टिप्पणी को दिखावा करने वाला बयान बताते हुए उसे खारिज कर दिया।
उन्होंने सदन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘ महबूबा मुफ्ती नाटक कर रही हैं।’’
उन्होंने पीडीपी पर भाजपा का साथ देने तथा जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने एवं उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित करने का मार्ग प्रशस्त करने का आरोप लगाया।
चौधरी ने कहा, ‘‘मौजूदा स्थिति के लिए पीडीपी जिम्मेदार है। अब इस तरह की टिप्पणी करके महबूबा खुद को लोगों की शुभचिंतक बताने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन लोग उन्हें समझ चुके हैं।’’
पीडीपी ने 2015 से 2018 तक भाजपा के साथ मिलकर तत्कालीन जम्मू कश्मीर राज्य में सरकार चलाई थी।
चौधरी ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने विधानसभा के पहले सत्र में राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर प्रस्ताव पारित किया था।
अगस्त, 2019 में केंद्र ने पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने से संबंधित अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बना दिया था और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया था।
सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन जम्मू कश्मीर विधानसभा में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा ने कहा था कि उसमें नवंबर में सदन द्वारा पारित अनुच्छेद 370 की बहाली के प्रस्ताव का कोई जिक्र नहीं किया गया।
पीडीपी सुप्रीमो ने कहा था, ‘‘इस सरकार ने उस प्रस्ताव का जिक्र करने की हिम्मत नहीं की, जिसके बारे में उसने दावा किया था कि वह अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए है।’’
भाषा राजकुमार वैभव
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