गोपेश्वर, चार मार्च (भाषा) उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ के पास माणा गांव में पिछले हफ्ते सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के शिविर पर हिमखंड टूटकर गिरने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। इस हादसे में आठ मजदूरों की मौत हो गई थी, जबकि 46 अन्य घायल हुए थे।
चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने हिमस्खलन की घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। पहली मार्च को जारी आदेश के मुताबिक, ज्योतिर्मठ के उप जिलाधिकारी को जांच अधिकारी बनाया गया है, जो 15 दिन के भीतर अपनी जांच पूरी कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेंगे।
बीआरओ का शिविर 28 फरवरी की सुबह हिमस्खलन की चपेट में आ गया था, जिससे 54 मजदूर बर्फ के ढेर में फंस गए थे। सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) सहित विभिन्न एजेंसियों की ओर से लगभग तीन दिन तक चलाए गए बचाव अभियान के दौरान 46 मजदूरों को जीवित बाहर निकाल लिया गया था, जबकि आठ अन्य के शव बरामद किए गए थे।
ज्योतिर्मठ के सैनिक अस्पताल में 44 घायल मजदूरों का इलाज किया जा रहा है । दो अन्य को बेहतर उपचार के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश भेजा गया है।
भाषा
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