नयी दिल्ली, चार मार्च (भाषा) कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के चेयरमैन अभिषेक देव ने मंगलवार को कहा कि भारत पौध-आधारित खाद्य भोजन के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अच्छी स्थिति में है, लेकिन उच्च लागत अब भी एक प्रमुख चुनौती है।
केंद्रीय मंत्रालयों और संयुक्त राष्ट्र निकाय एफएओ के साथ संयुक्त रूप से प्लांट बेस्ड फूड्स इंडस्ट्री एसोसिएशन (पीबीएफआईए) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में देव ने कहा, ‘‘यह दर्शक बनने का नहीं, बल्कि काम करने का समय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सोया, दाल और मोटा अनाज जैसे प्रचुर कच्चे माल के साथ, भारत इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अच्छी स्थिति में है।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि, पौध-आधारित उत्पादों की उच्च लागत एक प्रमुख चुनौती बनी हुई है, जिसे व्यापक उपभोक्ताओं द्वारा अपनाने के लिए गुणवत्ता, स्वाद और सामर्थ्य में सुधार करने की आवश्यकता है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने पौध-आधारित खाद्य क्षेत्र का उद्घाटन किया, जहां कई कंपनियों ने विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया।
भारत में डेनमार्क के राजदूत रासमस एबिल्डगार्ड क्रिस्टेंसन ने कहा कि पौध-आधारित खाद्य उत्पादन में प्रगति का लाभ उठाकर भारत स्वास्थ्य, स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले प्रभावशाली समाधान तैयार कर सकता है।
एक सरकारी बयान में कहा गया कि उन्होंने डेनमार्क के साथ घरेलू और वैश्विक स्तर पर साझेदारी के लिए नए रास्ते तलाशने के महत्व पर भी जोर दिया, ताकि इस क्षेत्र के विस्तार में तेजी लाई जा सके और भारत को पौध आधारित खाद्य उद्योग में अग्रणी के रूप में स्थापित किया जा सके।
पीबीएफआईए के कार्यकारी निदेशक प्रवीर श्रीवास्तव ने कहा कि एसोसिएशन वैकल्पिक प्रोटीन के लिए सक्षम वातावरण बनाने के लिए अंशधारकों और सरकारी निकायों के बीच की खाई को पाटने के लिए प्रतिबद्ध है।
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