(योशिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, चार मार्च (भाषा) अमेरिकी व्यापार को बढ़ावा देने वाले एक शीर्ष समूह ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के माध्यम से सार्थक व्यापार सुविधा लंबे समय से लंबित है और दोनों पक्षों को समान अवसर और पूर्ण एवं मुक्त बाजार तक पहुंच को औपचारिक रूप देने के लिए काम करना चाहिए।
ये टिप्पणियां सोमवार को अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष राजदूत (सेवानिवृत्त) अतुल केशप ने कीं। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके अमेरिकी समकक्ष हॉवर्ड लुटनिक के बीच अमेरिका में व्यापार वार्ता शुरू हो गई है।
केशप ने कहा, “हम दोनों सरकारों को उनकी वार्ता में सफलता की कामना करते हैं, और दोनों पक्षों से साझा विकास के लिए व्यापार संबंधों का लाभ उठाने का आग्रह करते हैं। व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के माध्यम से सार्थक व्यापार सुविधा लंबे समय से लंबित है, और यह अमेरिका और भारत दोनों के सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाने और हमारी दो शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं को एक-दूसरे के करीब लाने में सहायक होगा।”
ल्यूटनिक और गोयल के बीच अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता शुरू होने पर, अमेरिकी चैंबर ने दोनों पक्षों से महत्वाकांक्षा का आग्रह किया।
केशप ने कहा, “वर्षों से, अमेरिकी और भारतीय व्यवसाय बिना किसी औपचारिक निवेश या व्यापार ढांचे के एक-दूसरे के देशों में निवेश करते रहे हैं। भारत अमेरिका के व्यापार का केवल 2.5 प्रतिशत हिस्सा है, और यह संख्या काफी हद तक बढ़ सकती है और बढ़नी भी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि अब दोनों पक्षों को ‘समान अवसर, पूर्ण और खुले बाजार तक पहुंच, विवादों का त्वरित समाधान और दोनों देशों में निवेश, वृद्धि और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए पूर्वानुमानित कर और विनियामक नीतियों को औपचारिक रूप देने पर ध्यान केंद्रित करके काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि गैर-शुल्क बाधाएं और लालफीताशाही जो बाजार तक पहुंच को धीमा करती हैं, उन्हें जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए।
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