मुंबई, तीन मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी और उसकी कुछ सहेलियों को परेशान करने के मामले में सोमवार को दो और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया। एक अधिकारी ने बताया कि मामले में अब तक कुल चार लोगों को पकड़ा जा चुका है।
कोथली गांव में 28 फरवरी की रात को संत मुक्ताई यात्रा के दौरान यह घटना हुई थी, जिसके बाद रक्षा खडसे की शिकायत के आधार पर मुक्ताईनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें सात लोगों को नामजद किया गया है।
मुक्ताईनगर पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सबसे पहले किरण माली नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद जलगांव पुलिस ने सोमवार को दो और आरोपी अनिकेत भोई और अनुज पाटिल को पकड़ा और एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया।
उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
पुलिस के अनुसार, सभी सात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत पीछा करने और अन्य अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधान भी लगाए गए हैं, क्योंकि आरोपियों ने बिना अनुमति के लड़कियों की तस्वीरें लेने और वीडियो बनाने की कोशिश की थी।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने कई लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया था और उनकी इन लड़कियों के साथ मौजूद अंगरक्षकों से हाथापाई भी हुई थी।
सतरह वर्षीय एक किशोरी ने शिकायत दर्ज कराई थी और अंगरक्षकों ने सात आरोपियों के नाम बताए थे।
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता रक्षा खडसे ने रविवार को पत्रकारों से कहा था, ‘‘मैं गुजरात में थी, इसलिए मेरी बेटी ने कार्यक्रम में जाने की अनुमति मांगने के लिए मुझे फोन किया। मैंने उसे एक गार्ड और दो-तीन कर्मियों को साथ ले जाने के लिए कहा था। मेरी बेटी और उसकी सहेलियों का पीछा किया गया तथा उन्हें धक्का दिया गया। उनकी तस्वीरें ली गईं और वीडियो भी बनाए गए। जब मेरे कर्मियों ने आपत्ति जताई, तो लड़कों ने अनुचित व्यवहार किया और 30-40 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।’’
खडसे ने बताया था कि जब वह रविवार सुबह घर लौटीं, तो उनकी बेटी ने उन्हें बताया कि उन्हीं लड़कों ने 24 फरवरी को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उसके साथ दुर्व्यवहार किया था।
उन्होंने कहा था, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि ऐसी घटनाएं किसी सांसद या केंद्रीय मंत्री की बेटी के साथ हो रही हैं, तो कल्पना कीजिए कि आम लोगों को क्या सहना पड़ता होगा।’’
मंत्री के मुताबिक, मुक्ताईनगर के कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि ये लड़के स्कूल जाते समय लड़कियों को परेशान करते हैं।
खडसे ने कहा था, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री और पुलिस उपाधीक्षक से बात की है।’’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
भाषा प्रीति पारुल
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