प्रधानमंत्री मोदी ने सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की |

Ankit
3 Min Read


(तस्वीरों के साथ)


जूनागढ़ (गुजरात), दो मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात की तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन रविवार को गिर सोमनाथ जिले में स्थित सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और देशवासियों के स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री मोदी ने जामनगर जिले में पशु बचाव, संरक्षण एवं पुनर्वास केंद्र वनतारा का दौरा किया।

बाद में मोदी ने प्रभास पाटन स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम शिव मंदिर में दर्शन किए और प्रार्थना की। मंदिर के दर्शन के बाद मोदी पड़ोसी जूनागढ़ जिले में स्थित सासन के लिए रवाना हुए।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि यह यात्रा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के समापन के बाद भगवान सोमनाथ की पूजा करने के उनके संकल्प का हिस्सा थी।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रयागराज में ‘एकता का महाकुंभ’ करोड़ों देशवासियों के प्रयासों से संपन्न हुआ। मैंने एक सेवक की तरह मन ही मन संकल्प किया था कि महाकुंभ के बाद मैं 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ की पूजा करूंगा।’’

उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर 45 दिवसीय महाकुंभ में भारत और दुनिया भर से 66.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आये।

मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘आज सोमनाथ दादा की कृपा से वह संकल्प पूरा हुआ है। मैं सभी देशवासियों की ओर से एकता के महाकुंभ की सफलता को श्री सोमनाथ भगवान के चरणों में समर्पित करता हूं। साथ ही उनके (देशवासियों) स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं।’’

मोदी ने आज सुबह जामनगर जिले में पशु बचाव, संरक्षण एवं पुनर्वास केंद्र वनतारा का दौरा किया। तीन हजार एकड़ में फैला वनतारा रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी के परिसर में स्थित है।

यह वन्यजीवों के कल्याण के लिए समर्पित बचाव केंद्र है, तथा दुर्व्यवहार और शोषण से बचाए गए पशुओं को अभयारण्य, पुनर्वास व चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है।

रविवार शाम को प्रधानमंत्री गिर वन्यजीव अभयारण्य के मुख्यालय सासन गिर पहुंचे, जहां वह तीन मार्च (सोमवार) को विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि बैठक से पहले प्रधानमंत्री सोमवार सुबह जंगल सफारी का आनंद लेंगे।

एनबीडब्ल्यूएल में 47 सदस्य हैं, जिनमें सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के सदस्य, इस क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, मुख्य वन्यजीव वार्डन और विभिन्न राज्यों के सचिव शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि बैठक के बाद मोदी सासन में कुछ महिला वनकर्मियों से बातचीत करेंगे।

भाषा शफीक नरेश

नरेश



Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *