लखनऊ, 28 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में 20 घंटे रुकने के बाद लंदन स्थित ट्रैवल राइटर्स (यात्रा वृतांत लेखकों) और पत्रकारों का एक समूह ‘‘आध्यात्मिक ऊर्जा’’ और दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम के इंतजामों की भव्यता से अचंभित नजर आया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान हर किसी ने अपने को भक्ति के सामान्य धागे से बंधा हुआ महसूस किया।
इस समूह के सदस्यों ने गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर 45 दिन तक चले इस समागम को ‘‘पहले से कहीं अधिक वैश्विक’’ बताया।
समूह के एक सदस्य ने कहा, ‘‘यह देखना वाकई आश्चर्यजनक था कि इतने बड़े आयोजन में एकता देखने को मिली, इस मायने में कि हर कोई एक ही भक्ति सूत्र से बंधा हुआ महसूस कर रहा था।’’
यह यात्रा एक्सप्लोरेशन कंपनी द्वारा उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के साथ साझेदारी में आयोजित की गई।
समूह में शामिल नोनी वेयर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि उन्होंने भीड़ के साथ यात्रा करने का फैसला किया और कुंभ के अनुभव में पूरी तरह से डूबने के लिए इस दौरान स्थानीय मोटरसाइकिल की सवारी की।
वहीं, रिचर्ड मैक्किचन कुंभ मेले की चौंका देने वाली व्यवस्था से मंत्रमुग्ध थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम वास्तव में समझ नहीं पाए कि इतने बड़े आयोजन को कैसे प्रबंधित किया जा सकता है।’’
समूह ने उत्तर प्रदेश पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम से भी मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें राज्य में पर्यटन के अवसरों और अयोध्या-वाराणसी-प्रयागराज पर्यटन सर्किट के बारे में जानकारी दी।
भाषा मनीष जफर नेत्रपाल
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