रायपुर : CG Congress Controversy : कांग्रेस में पिछले कुछ दिनों से चल रहा विवाद अब गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। इसी संदर्भ में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने इस विवाद की जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी बिलासपुर का दौरा करेगी और पार्टी नेताओं के विरुद्ध की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई की समीक्षा करेगी।
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CG Congress Controversy : मामले की जांच के लिए वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू, अरुण वोरा और महेंद्र छाबड़ा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।यह टीम बिलासपुर में स्थित पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेगी। जांच के बाद रिपोर्ट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
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CG Congress Controversy : बिलासपुर जिला और शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के दौरान प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभय नारायण राय, प्रदेश सचिव त्रिलोक श्रीवास, और प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव सीमा पांडेय पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी इस पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को सौंपेगी।
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन क्यों किया गया है?
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा निकाय चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों की जांच के लिए किया गया है।
इस जांच में कौन-कौन से नेता शामिल हैं?
इस जांच में अभय नारायण राय, त्रिलोक श्रीवास, सीमा पांडेय और कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ की गई अनुशंसा की जांच होगी।
कमेटी का नेतृत्व कौन कर रहा है?
वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू इस कमेटी का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके साथ अरुण वोरा और महेंद्र छाबड़ा भी सदस्य के रूप में शामिल हैं।
कमेटी की रिपोर्ट कब तक आएगी?
कमेटी अपनी जांच पूरी करने के बाद जल्द ही रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को सौंपेगी।
इस रिपोर्ट के बाद क्या कार्रवाई होगी?
पीसीसी इस रिपोर्ट के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई तय करेगी, जिससे पार्टी की आंतरिक व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।