गुवाहाटी, 23 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशाल झुमुर नृत्य कार्यक्रम देखने के लिए आने से पहले विपक्षी असम जातीय परिषद (एजेपी) ने रविवार को 17 सवाल पूछे और पूछा कि भाजपा राज्य में चाय बागान श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने का अपना चुनावी वादा कब पूरा करेगी।
मोदी सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर गुवाहाटी पहुंचेंगे, जहां वह असम में चाय उद्योग के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में चाय जनजाति समुदाय के लोक नृत्य झुमुर का प्रदर्शन देखेंगे।
एजेपी के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई और महासचिव जगदीश भुइयां ने एक संयुक्त बयान में कहा, “चाय बागान श्रमिकों के वेतन में वृद्धि सुनिश्चित करने और चाय बागान क्षेत्रों में कमी के कारण आजीविका के लिए उत्पन्न खतरों को रोकने के लिए सरकार क्या स्थायी उपाय करेगी?”
बयान में कहा गया कि भाजपा ने अपने 2016 के ‘विजन दस्तावेज’ में चाय श्रमिकों की दैनिक मजदूरी बढ़ाकर 351.33 रुपये करने का वादा किया था।
एजेपी ने दावा किया, “हालांकि, अभी तक ब्रह्मपुत्र घाटी में चाय श्रमिकों को केवल 250 रुपये मिलते हैं, जबकि बराक घाटी में उन्हें 228 रुपये मिलते हैं। यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी अपने भाषण में स्वीकार किया कि असम के चाय श्रमिकों को कम मजदूरी मिलती है।”
भाषा
प्रशांत दिलीप
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