मुंबई, 23 फरवरी (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने दिल्ली में आयोजित 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के आयोजकों से शिवसेना की नीलम गोरहे द्वारा उनकी पार्टी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों के संबंध में रविवार को स्पष्टीकरण मांगा।
अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति गोरहे ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी में पद पैसों के जरिये हासिल किए जाते हैं, जिसमें उपहार में मर्सिडीज कार देना भी शामिल है।
अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल की अध्यक्ष उषा तांबे को लिखे पत्र में राउत ने कहा, ‘‘98वें साहित्य सम्मेलन में जिन विषयों पर चर्चा हुई, उनमें से कई साहित्य से संबंधित नहीं थे। ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्यक्रम किसी राजनीतिक दबाव में आयोजित किया गया था। साहित्य महामंडल के मंच का घोर दुरुपयोग किया गया।’’
राउत ने अपने पत्र की एक प्रति ‘एक्स’ पर साझा की है। उन्होंने पत्र में यह भी पूछा कि इस तरह के राजनीतिक झगड़ों की जिम्मेदारी कौन लेगा।
राउत ने कहा कि यदि ऐसे कार्यक्रम साहित्य मंडल की उचित मंजूरी से आयोजित नहीं किए गए हैं, तो ऐसे आयोजनों के लिए माफी मांगी जानी चाहिए।
पत्र में राउत ने दावा किया कि गोरहे ने संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 50 लाख रुपये का भुगतान किया था और उषा तांबे को एक मर्सिडीज कार उपहार में दी थी।
राउत ने कहा, ‘‘मैं इस दावे की सच्चाई का पता नहीं लगा सकता, लेकिन इस तरह की टिप्पणियों से महामंडल की प्रतिष्ठा धूमिल होती है।’’
भाषा
देवेंद्र पारुल
पारुल