नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि यूरोपीय आयोग (ईयू) की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन की अगले सप्ताह भारत यात्रा से प्रमुख क्षेत्रों में बढ़ते तालमेल को और मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
उच्चस्तरीय ‘यूरोपियन यूनियन कॉलेज ऑफ कमिश्नर्स’ के साथ लेयेन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर 27 और 28 फरवरी को भारत की यात्रा पर आएंगी। यह ‘ईयू कॉलेज ऑफ कमिश्नर्स’ की पहली भारत यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी लेयेन के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे।
बयान में कहा गया कि भारत-यूरोपीय संघ व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (टीईसी) की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक और यूरोपीय ‘कमिशनर’ और उनके भारतीय समकक्षों के बीच द्विपक्षीय मंत्रिस्तरीय बैठकें भी होंगी।
यह लेयेन की भारत की तीसरी यात्रा होगी। इससे पहले वह अप्रैल 2022 में द्विपक्षीय यात्रा के लिए और सितंबर 2023 में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आई थीं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह ‘ईयू कॉलेज ऑफ कमिशनर्स’ की पहली भारत यात्रा होगी और जून 2024 में हुए यूरोपीय संसदीय चुनावों के बाद दिसंबर 2024 में वर्तमान यूरोपीय आयोग के कार्यकाल की शुरुआत के बाद से इस तरह की पहली यात्राओं में से एक होगी।’’
भारत और यूरोपीय संघ 2004 से रणनीतिक साझेदार रहे हैं और उनके द्विपक्षीय संबंध कई क्षेत्रों में विस्तारित एवं गहरे हुए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्ष रणनीतिक साझेदारी के तीसरे दशक में प्रवेश कर रहे हैं, ऐसे में अध्यक्ष वॉन डेर लेयेन और ‘ईयू कॉलेज ऑफ कमीशनर्स’ की यात्रा बढ़ते तालमेल के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।’’
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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