जन आस्था को पूरा सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अराजकता अस्वीकार्य: योगी आदित्यनाथ |

Ankit
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लखनऊ, 20 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली तथा अन्य आगामी त्योहारों के मद्देनजर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि सभी धर्म के लोगों की आस्था का सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन अराजकता को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।


राज्य सरकार द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने आगामी दिनों में होली, रमजान, नवरो, चैत्र नवरात्र, राम नवमी आदि महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार के शांतिपूर्ण आयोजन के संबंध में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जिला, रेंज, जोन व मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बयान के अनुसार उन्होंने अधिकारियों से कहा, “पर्व-त्योहार में शासन-प्रशासन द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन अराजकता स्वीकार नहीं की जाएगी। संदिग्ध लोगों पर नजर रखें। परंपरा के विपरीत किसी नए आयोजन की अनुमति न दें।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि होलिका दहन 13 मार्च को होना है फिर अगले दिन शुक्रवार है और होलिकोत्सव है, कानून-व्यवस्था की दृष्टि से यह संवेदनशील अवसर है। शरारती तत्व दूसरे समुदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें।

उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए और पुलिस बल पैद गश्त जरूर करे तथा सोशल मीडिया को लेकर सतर्क रहें।

आदित्यनाथ ने कहा, “महाकुंभ का समापन आगामी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर होना है। इसी तरह, चंद्र दर्शन के आधार पर एक या दो मार्च से रमजान माह प्रारम्भ हो रहा है, फिर 13 को होलिका दहन और 14 मार्च को होलिकोत्सव मनाया जाएगा। इसी प्रकार मार्च में ही नवरोज, चैत्र नवरात्रि, राम नवमी और 30 या 31 मार्च को ईद-उल-फित्र जैसे अनेक महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार मनाये जाएंगे।”

उन्होंने कहा, “अनेक स्थानों पर शोभायात्राओं का आयोजन होगा, मेले आदि लगेंगे। उल्लास और उमंग के इस विशेष पर्व पर कानून-व्यवस्था के लिहाज से यह समय संवेदनशील है।”

भाषा सलीम जोहेब

जोहेब



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