(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 13 फरवरी (भाषा) तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने बृहस्पतिवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए जिसमें कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं पर उचित विचार किया जाना चाहिए।
दो दिवसीय यात्रा पर पाकिस्तान पहुंचे राष्ट्रपति एर्दोआन ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ आमने-सामने की वार्ता और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद यह टिप्पणी की।
दोनों पक्षों के बीच 24 समझौतों समेत एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ। इसके बाद एर्दोआन ने मीडिया को दिये बयान में कश्मीर मुद्दे पर बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा राज्य और हमारा राष्ट्र, अतीत की तरह आज भी हमारे कश्मीरी भाइयों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है।’’
भारत ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख देश का अभिन्न अंग थे, हैं और ‘हमेशा रहेंगे’। भारत द्वारा 5 अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई है।
अपने बयान में राष्ट्रपति एर्दोआन ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को बढ़ावा देने में भी गहरी दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी परिषद के सातवें सत्र में, जिसे हमने अभी-अभी समाप्त किया है, हम अपने संबंधों को और मजबूत करने पर सहमत हुए हैं। इस यात्रा के दौरान, हमने व्यापार, जल संसाधन, कृषि, ऊर्जा, संस्कृति, परिवार और सामाजिक सेवाओं के साथ-साथ विज्ञान, बैंकिंग, शिक्षा, रक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में कुल 24 समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए हैं।’’
इस अवसर पर शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तुर्किये के नेता का दूसरा घर है और यहां पांच साल बाद उनका फिर से आना अद्भुत है।
उन्होंने भूकंप और बाढ़ के दौरान पाकिस्तान के साथ खड़े रहने के लिए तुर्किये का आभार जताया। शहबाज ने कहा, ‘‘आज आपकी पाकिस्तान यात्रा ने हमारे भाईचारे के संबंधों को एक नया ऊंचाई दी है।’’
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सुबह-सुबह नूर खान हवाई अड्डे पर एर्दोआन का स्वागत किया। तुर्किये के राष्ट्रपति के साथ प्रथम महिला एमीन एर्दोआन और निवेशकों और व्यापार जगत के लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था।
एर्दोआन और शहबाज ने प्रधानमंत्री आवास पर एक पौधा भी लगाया। सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भी एर्दोआन से मुलाकात की।
भाषा संतोष नरेश
नरेश