नयी दिल्ली, 13 फरवरी (भाषा) ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी शेवरॉन भारत में एक अरब डॉलर का इंजीनियरिंग व नवोन्मेष केंद्र स्थापित कर रही है। यह दुनिया में उसका दूसरा सबसे बड़ा केंद्र होगा।
कंपनी अपने वैश्विक परिचालन तथा परियोजनाओं के समर्थन के लिए देश की इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी प्रतिभा का उपयोग करना चाहती है।
शेवरॉन के भारत में प्रमुख अक्षय साहनी ने यहां ‘भारत ऊर्जा सप्ताह’ से इतर बताया कि बेंगलुरु में शेवरॉन इंजीनियरिंग एंड इनोवेशन एक्सीलेंस सेंटर (ईएनजीआईएनई) एक ऐसा केंद्र है जो तेल व गैस उत्पादन तथा कार्बन भंडारण के लिए भूविज्ञान को समझने से लेकर तेल रिफाइनरियों के लिए डिजिटल ट्विन्स विकसित करने और आपूर्ति विश्वसनीयता में सुधार के लिए उन्नत प्रक्रिया निगरानी तक के लिए काम करेगा।
यह अमेरिका के बाहर कंपनी को सबसे बड़ा केंद्र होगा।
उन्होंने बताया कि शेवरॉन ईएनजीआईएनई (इंजन) का लक्ष्य 2025 के अंत तक 600 कर्मचारियों को नियुक्त करना है। आगे भी विस्तार की योजना बनाई गई है, जिससे एक विविध व समावेशी कार्यबल का निर्माण होगा जो आज की ऊर्जा मांगों को पूरा करेगा तथा कम कार्बन वाला भविष्य बनाने में योगदान देगा।
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