(तस्वीर के साथ)
पेरिस, 12 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को फ्रांस के कैडराचे में स्थित अंतरराष्ट्रीय ताप-नाभिकीय प्रायोगिक रिएक्टर (आईटीईआर) परिसर का दौरा किया।
आईटीईआर की गिनती दुनिया की सबसे महत्वाकांक्षी नाभिकीय संलयन ऊर्जा परियोजना में होती है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि इस नाभिकीय परिसर का किसी भी राष्ट्र प्रमुख या सरकार के प्रमुख का यह पहला दौरा था। दोनों नेताओं का आईटीआर के महानिदेशक ने स्वागत किया।
पीएमओ ने एक बयान में कहा, ‘संयंत्र की यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने आईटीईआर की प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने परियोजना पर काम कर रहे इंजीनियरों एवं वैज्ञानिकों के समर्पण की भी तारीफ की।’
बयान के मुताबिक, भारत पिछले दो दशकों से इस परियोजना में योगदान देने वाले सात आईटीईआर सदस्यों में से एक है। लगभग 200 भारतीय वैज्ञानिक और सहयोगी, साथ ही एलएंडटी, आईनॉक्स इंडिया, टीसीएस, टीसीई, एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसे उल्लेखनीय उद्योग भी इसका हिस्सा हैं।
आईटीईआर के सदस्यों में चीन, यूरोपीय संघ, भारत, जापान, कोरिया, रूस और अमेरिका शामिल हैं।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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