नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन 2025 के पहले संस्करण में देशभर के 14 छात्रों ने सर्वोच्च ‘स्कोर’ हासिल किया है। इनमें से अधिकतर छात्र राजस्थान से हैं। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को इसकी घोषणा की।
शीर्ष 14 में से 12 उम्मीदवार सामान्य श्रेणी से हैं, जबकि एक-एक अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणी से हैं। इस महत्वपूर्ण परीक्षा के पहले संस्करण में 12.58 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे।
सर्वोच्च स्कोर हासिल करने वाले छात्रों में से पांच राजस्थान से, दो-दो दिल्ली और उत्तर प्रदेश से तथा एक-एक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना और महाराष्ट्र से हैं।
एनटीए अधिकारियों के अनुसार, एनटीए स्कोर अंकों के प्रतिशत के समान नहीं, बल्कि सामान्यीकृत स्कोर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनटीए स्कोर बहु-सत्रीय परीक्षा में सामान्यीकृत स्कोर हैं और एक सत्र में परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले सभी उम्मीदवारों के सापेक्ष प्रदर्शन पर आधारित हैं।
अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक परीक्षार्थी के लिए प्राप्त अंकों को 100 से 0 तक के पैमाने में परिवर्तित किया जाता है।
परीक्षा असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू सहित 13 भाषाओं में आयोजित की गई थी।
यह परीक्षा भारत के बाहर 15 शहरों में भी आयोजित की गई थी जिनमें मनामा, दोहा, दुबई, काठमांडू, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर, कुवैत सिटी, कुआलालंपुर, अबू धाबी, पश्चिम जावा, वाशिंगटन, लागोस और म्यूनिख शामिल हैं।
परीक्षा का पहला संस्करण जनवरी-फरवरी में आयोजित किया गया था, जबकि दूसरा संस्करण अप्रैल में आयोजित किया जाएगा। जेईई-मेन पेपर 1 और पेपर 2 के परिणामों के आधार पर, उम्मीदवारों को जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए ‘शॉर्टलिस्ट’ किया जाएगा। सफल छात्रों को 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश मिलता है।
जेईई (मेन)-2025 परीक्षा के दोनों सत्र के बाद, पहले से बनाई गई नीति के अनुसार दो एनटीए स्कोर में से सर्वश्रेष्ठ को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों की रैंक जारी की जाएगी।
भाषा आशीष पवनेश
पवनेश