‘ताप्ती बेसिन मेगा रीचार्ज’ योजना से जुड़े समझौते पर जल्द किये जाएंगे हस्क्षातर: मप्र के मुख्यमंत्री |

Ankit
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भोपाल, सात फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ‘ताप्ती बेसिन मेगा रीचार्ज’ योजना को लागू करने में आ रही समस्याओं के दूर होने का संकेत देते हुए शुक्रवार को कहा कि इस संबंध में जल्द ही केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के साथ भोपाल में एक समझौते पर हस्ताक्षर किये जाएंगे।


यादव ने कहा कि इस अंतरराज्यीय संयुक्त परियोजना में आ रही समस्याओं को दूर कर लिया गया है।

उन्होंने कहा ‘ताप्ती बेसिन मेगा रीचार्ज’ योजना विश्व की सबसे बड़ी भूजल पुनर्भरण परियोजना है और इस योजना के जरिये मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर नदी जल की बूंद-बूंद का उपयोग सुनिश्चित कर कृषि भूमि का कोना-कोना सिंचित करेंगे।

मुख्यमंत्री यादव ने एक बैठक में ‘ताप्ती बेसिन मेगा रीचार्ज’ और कन्हान उप कछार परियोजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि इन दोनों ही परियोजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए प्रदेश सरकार तेजी से प्रयास कर रही है।

यादव ने कहा कि ‘ताप्ती मेगा रिचार्ज’ योजना के जरिए ताप्ती नदी की तीन धाराएं बनाई जाएंगी और नदी जल की बूंद-बूंद का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस योजना को राष्ट्रीय जल परियोजना घोषित करने के लिए केन्द्र सरकार से चर्चा करेंगे।

उन्होंने कहा कि ताप्ती बेसिन और कन्हान उप कछार में मध्यप्रदेश द्वारा प्रस्तावित कन्हान (जामघाट) बहुउद्देशीय परियोजना में प्रदेश के जल हितों का विशेष ध्यान रखा जाए, जिसके लिए महाराष्ट्र से सतत संवाद कर दोनों परियोजनाओं के ‍क्रियान्वयन में तेजी आए।

यादव ने कहा कि इस योजना में कुल 31.13 हजार मिलियन क्यूबिक (टीएमसी) जल का उपयोग होगा, जिसमें से 11.76 टीएमसी मध्यप्रदेश को और 19.36 टीएमसी जल महाराष्ट्र राज्य के हिस्से में आएगा।

उन्होंने दावा किया कि इस परियोजना में प्रस्तावित बांध एवं नहरों के लिए मध्यप्रदेश से कुल 3362 हेक्टेयर भूमि उपयोग में लाई जाएगी और परियोजना के अंतर्गत कोई गांव प्रभावित नहीं होगा तथा इसमें पुनर्वास की भी आवश्यकता नहीं होगी।

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि दोनों प्रदेशों (मप्र और महाराष्ट्र) के किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिले, पीने के पानी के साथ-साथ औद्योगीकरण के लिए भी पर्याप्त पानी दिया जा सके और राज्यों के बीच में सौहार्द्र बना रहे, इस उम्मीद के साथ वर्षों से लंबित जल बंटवारे के मसले को हल करने की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि ‘ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज’ परियोजना के पूरा होने पर मध्यप्रदेश के एक लाख 23 हजार 82 हेक्टेयर भू-क्षेत्र और महाराष्ट्र के दो लाख 34 हजार 706 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की स्थाई सुविधा उपलब्ध होगी।

यादव ने कहा कि इस परियोजना से मध्यप्रदेश के बुरहानपुर एवं खण्डवा जिले की बुरहानपुर, नेपानगर, खकनार एवं खालवा की कुल चार तहसीलें लाभान्वित होंगी।

भाषा जितेंद्र दिलीप

दिलीप



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