नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय अवसंरचना एवं विकास वित्त बैंक (एनएबीएफआईडी) मिश्रित वित्त के लिए बहुपक्षीय वित्त पोषण एजेंसियों के साथ साझेदारी करने पर विचार कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इसके जरिये शहरी बुनियादी ढांचे के विकास और शहरी स्थानीय निकायों की टिकाऊ परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण किया जाएगा।
मिश्रित वित्त का मतलब टिकाऊ विकास परियोजनाओं में निजी क्षेत्र का निवेश बढ़ाने के लिए सार्वजनिक या परोपकारी स्रोतों से पूंजी जुटाने को प्रोत्साहन देना है। इससे वित्त पोषण की लागत कम होती है।
एनएबीएफआईडी की एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए नागराजू ने कहा, ”एनएबीएफआईडी बहुपक्षीय बैंकों, विश्व बैंक और एडीबी तथा अन्य के साथ सहयोग करेगा। भारत में मिश्रित वित्तपोषण संरचना को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से हरित निधियों पर केंद्रित बैंकों के साथ सहयोग बढ़ाया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय संस्थानों के साथ जुड़ाव से संस्थान वैश्विक सर्वोत्तम गतिविधियों को सीखेगा, ताकि जोखिम साझा करने वाली संरचनाओं, नीतिगत रूपरेखाओं और शहरी बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए रणनीतियों को तैयार किया जा सके।
नागराजू ने कहा कि भारत की वृद्धि क्षमता को पूरी तरह से बनाए रखने के लिए पर्याप्त शहरी बुनियादी ढांचे का निर्माण महत्वपूर्ण है।
भाषा पाण्डेय रमण
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