पीलीभीत (उप्र), पांच फरवरी (भाषा) नेपाल के रास्ते अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक बांग्लादेशी हिंदू दंपति और उनके चार वर्षीय बच्चे को बुधवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह दंपति 28 जनवरी को 10 फरवरी तक वैध वीजा के साथ नेपाल पहुंचा था।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद वे भारत में घुस आए और उन्होंने गभिया सहराई गांव में शरण ली।
उन्होंने कहा कि यह तराई क्षेत्र की ऐसी बस्ती है, जिसके बारे में कहा जाता है कि विस्थापित बंगाली परिवार वहीं ठहर जाते हैं।
माधोटांडा थाने के प्रभारी (एसएचओ) अशोक पाल सिंह के अनुसार पिछले सप्ताह इस परिवार भारत में पहुंचने की जांच की जा रही है और उन्हें हिरासत में लिया गया है। खुफिया एजेंसियों से इस परिवार के बारे में जानकारी मिली थी।
पुलिस के अनुसार दंपति ने बताया कि सरकार में बदलाव के बाद अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार के कारण वे बांग्लादेश से भाग गए थे।
पुलिस के मुताबिक इस परिवार ने बताया कि भारत में प्रवेश करने से पहले वे नेपाल में बंगाली समुदाय के सदस्यों के पास गये। स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें आश्रय दिया।
पुलिस के अनुसार पीलीभीत का गाभिया गांव पहले से ही विस्थापित बंगाली परिवारों का निवास स्थल है। सन् 1965 से 1971 के बीच पूर्वी पाकिस्तान से आए इन लोगों ने यहां शरण ली थी।
भाषा सं जफर रवि कांत राजकुमार
राजकुमार