रायपुर, चार फरवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ में इस खरीफ वर्ष में समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राज्य शासन द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के तहत इस खरीफ सत्र में रिकॉर्ड 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। इसमें मोटा धान 81.98 लाख मीट्रिक टन, पतला धान 10.75 लाख मीट्रिक टन और सरना धान 56.52 लाख मीट्रिक टन शामिल है। धान की खरीदी के यह आंकड़े राज्य के गठन के बाद से सर्वाधिक हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में धान खरीदी 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक की गई। राज्य के पंजीकृत 25 लाख 49 हजार 592 किसानों ने धान विक्रय किया। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक से जोड़ने की व्यवस्था के तहत 31 हजार 89 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। महासमुंद जिला सर्वाधिक 11.04 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर राज्य में पहले स्थान पर है। वहीं बेमेतरा जिले में 9.38 लाख मीट्रिक टन और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में 8.56 लाख मीट्रिक टन धान की रखीदी हुई है। राज्य में सबसे कम दंतेवाड़ा जिले में तीन लाख 34 हजार 315 क्विंटल धान की खरीदी हुई है।
राज्य के खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी के साथ ही कस्टम मीलिंग के लिए तेजी के साथ धान का उठाव किया जा रहा है। अभी तक 123 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान के उठाव के लिए आदेश जारी किए गए हैं, जिसके विरूद्ध 103 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का उठाव हो चुका है। पंजीकृत 4102 राइस मिलों के जरिये धान का निरंतर उठाव किया जा रहा है। पिछले वर्ष में 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ तथा 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी करने का वादा किया है।
भाषा संजीव निहारिका
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