पनामा सिटी, दो फरवरी (एपी) अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो रविवार को पनामा के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
यह अमेरिका के विदेश मंत्री के रूप में रुबियो की पहली विदेश यात्रा है। उनका यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पनामा नहर के संचालन का नियंत्रण अमेरिका को वापस देने की मांग सहित पड़ोसी देशों और सहयोगियों पर दबाव बढ़ा दिया है।
एक दिन पहले ही ट्रंप द्वारा कनाडा और मैक्सिको पर बड़े ‘टैरिफ’ लगाने की घोषणा की गई, जिसके कारण उन देशों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की बात कही गई है।
पनामा के राष्ट्रपति जोस रउल मुलिनो के साथ वार्ता के बाद रुबियो का एक ऊर्जा संयंत्र और फिर नहर का दौरा करने का कार्यक्रम है।
मुलिनो ने कहा है कि नहर के स्वामित्व को लेकर अमेरिका के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रुबियो की यात्रा प्रवास और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने जैसे साझा हितों पर केंद्रित होगी। पनामा में कुछ समूहों ने ट्रंप की योजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
संभावना है कि रुबियो ट्रंप द्वारा अवैध आव्रजन पर रोक के वादों पर जोर देंगे। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि वह यह संदेश देंगे कि अमेरिका पनामा नहर पर पुनः नियंत्रण प्राप्त करना चाहता है, ताकि इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला किया जा सके।
नहर के स्वामित्व पर किसी भी बातचीत से मुलिनो के इनकार के बावजूद, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि पनामा एक समझौते के लिए तैयार हो सकता है, जिसके तहत दोनों तरफ नहरों का संचालन हांगकांग स्थित हचीसन पोर्ट्स कंपनी से ले लिया जाएगा।
एपी आशीष रंजन
रंजन
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