(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, दो फरवरी (भाषा) संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष फिलेमोन यांग ने कहा है कि इस साल संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 80 वर्ष पूरे हो रहे हैं और ऐसे में यह आवश्यक है कि इसकी स्थापना जिस उद्देश्य के लिए की गई थी वह उस पर खरा उतरे ।
यांग ने सभी सदस्य देशों से सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए संकल्पबद्ध होने का आह्वान किया।
यांग संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर चार से आठ फरवरी तक भारत में रहेंगे।
उन्होंने कहा कि इस वैश्विक संस्था को यह स्वीकार करना चाहिए कि समय के साथ इसमें बदलाव की आवश्यकता है।
यांग ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘मेरा मानना है कि संयुक्त राष्ट्र के लिए यह जरूरी है कि वह अपने उद्देश्यों के अनुरूप काम करे, ताकि वैश्विक घटनाओं से जुड़े कई ज्वलंत मुद्दों का बेहतर तरीके से समाधान किया जा सके। इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र की स्थापना को 80 साल पूरे हो जाएंगे, इसलिए हमें समय के साथ होने वाले बदलाव से तालमेल बिठाने की जरूरत को स्वीकार करना चाहिए। 1945 के मुकाबले भू-राजनीतिक परिदृश्य बिल्कुल बदल गया है।”
संयुक्त राष्ट्र सुधारों, विशेष रूप से 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की सदस्यता में सुधार के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह मांग सबसे प्रमुख है और इसमें कोई संदेह नहीं है।
यांग ने यात्रा से पहले लिखित साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मैं सदस्यता में सुधार का पूरी तरह समर्थन करता हूं, विशेष रूप से ऐसे समय में जब अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गतिरोध देखा जा रहा है।’’
भाषा जोहेब शोभना
शोभना