खान यूनिस (गाजा), एक फरवरी (एपी) हमास ने शनिवार को गाजा पट्टी में एक वर्ष से अधिक समय से बंधक बनाए गए तीन पुरुष बंधकों को रिहा कर दिया और इजराइल ने युद्ध विराम समझौते के तहत अपनी जेलों से 183 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया।
हमास ने इजराइल से हुए समझौते के तहत शनिवार को तीसरे बंधक अमेरिकी-इजराइली कीथ सीगल (65) को रेड क्रॉस के हवाले कर दिया।
सीगल गाजा सिटी में समुद्र के किनारे स्थापित मंच पर पहुंचे, जिसके बाद चरमपंथियों ने उन्हें रेड क्रॉस के अधिकारियों को सौंप दिया।
इससे पहले, चरमपंथियों ने दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर में इसी तरह यार्दन बिबास (35) और फ्रांसीसी-इजराइली ओफर कैल्डेरोन (54) को रेड क्रॉस के हवाले कर दिया था। तीनों को सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमास के हमले के दौरान बंधक बनाया गया था।
इस वर्ष 19 जनवरी से लागू समझौते का उद्देश्य इजराइल और चरमपंथी समूह हमास के बीच हुए अब तक के सबसे घातक और विनाशकारी युद्ध को खत्म करना है।
उनकी रिहाई के साथ ही 19 जनवरी को युद्ध विराम शुरू होने के बाद से रिहा किये गये बंधकों की संख्या 18 हो गयी है।
आज हुई रिहाई त्वरित और व्यवस्थित थी जबकि बृहस्पतिवार को तब अराजक स्थिति देखने को मिली थी, जब हथियारबंद चरमपंथी बंधकों की रिहाई के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करते दिखाई दिये थे।
सीगल के इजराइल पहुंचने के कुछ ही समय बाद, एक बस ओफर सैन्य जेल से 32 कैदियों को लेकर वेस्ट बैंक के लिए रवाना हुई थी। शुभचिंतकों की भीड़ ने बस का स्वागत किया, नारे लगाए तथा रिहा हुए कैदियों को अपने कंधों पर उठा लिया।
इजराइली जेल प्राधिकरण ने कहा कि शनिवार को सभी 183 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन कैदियों में लंबी अवधि की सजा या आजीवन कारावास की सजा काट रहे कई लोग और गाजा पट्टी के 111 लोग शामिल हैं।
समझौते के तहत शुरुआती छह सप्ताह में 33 बंधकों और लगभग 2,000 कैदियों को रिहा किया जाना है।
इजराइल का कहना है कि उसे हमास से जानकारी मिली है कि उन बंधकों में से आठ या तो हमास के सात अक्टूबर, 2023 के हमले में मारे गए या फिर कैद में ही उनकी मौत हो गई।
इससे पहले, बृहस्पतिवार को हमास ने तीन बंधकों को छोड़ा था जबकि इजराइल ने 110 कैदी रिहा किए थे।
पचास बीमार और घायल फलस्तीनी बच्चों का एक समूह शनिवार को गाजा की रफाह सीमा के जरिये इलाज के लिए मिस्र की ओर रवाना हुआ।
रफाह सीमा बिंदु युद्ध के दौरान फलस्तीनियों के लिए एकमात्र निकास बिंदु था। मई में इजराइल ने इसे बंद कर दिया था।
रफाह सीमा बिंदु को फिर से खोला जाना एक महत्वपूर्ण सफलता है जो इस महीने की शुरुआत में इजराइल और हमास द्वारा किए गए युद्ध विराम समझौते को मजबूत करता है।
हमास द्वारा गाजा में सभी जीवित महिला बंधकों को रिहा करने के बाद इजराइल ने सीमा बिंदु को फिर से खोलने पर सहमति व्यक्त की थी।
एपी
देवेंद्र पवनेश
पवनेश