नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) पर कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा पर सब्सिडी लोगों को कम कार्बन उत्सर्जन वाली जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित कर सकती है। संसद में शुक्रवार को पेश 2024-25 की आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया है।
इसमें कहा गया है कि कम कार्बन वाली जीवनशैली को बढ़ावा देने के कई प्रभावी उपाय हैं। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की उत्सर्जन अंतर रिपोर्ट-2020 में सार्थक जीवनशैली में बदलाव को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख रणनीतियों की रूपरेखा के साथ सतत विकास को आगे बढ़ाने के लिए कदम सुझाये गये हैं।
समीक्षा के अनुसार, ‘‘इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कर छूट और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर सब्सिडी जैसे वित्तीय प्रोत्साहन व्यक्तियों और संगठनों को हरित गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।’’
सरकार ने पर्यावरण अनुकूल उपायों को बढ़ावा देने और आर्थिक व्यवहार को प्रभावित करने को लेकर कई कदम उठाये हैं। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) और पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना जैसी पहल सौर ऊर्जा अपनाने को प्रोत्साहित करती हैं।
इसमें सुझाव दिया गया है कि लोगों को उनके कदमों के पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है।
समीक्षा में कहा गया, ‘‘… सोशल मीडिया और स्थानीय पहल के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी को जोड़कर, हम पर्यावरण अनुकूल उपायों को बढ़ावा दे सकते हैं और एक ऐसी संस्कृति स्थापित करने में मदद कर सकते हैं जहां कम कार्बन वाली जीवनशैली एक चलन हो।’’
साइकिल या स्थानीय खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देना जैसे कदम समय के साथ व्यवहार में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है।
भाषा रमण अजय
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