ग्रीनलैंड और पनामा नहर में ट्रंप की रुचि जायज है : रूबियो |

Ankit
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वाशिंगटन/पनामा सिटी, 31 जनवरी (एपी) अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ग्रीनलैंड पर कब्जा करने और पनामा नहर पर पुनः नियंत्रण करने की इच्छा को आर्कटिक व लैटिन अमेरिका में चीनी गतिविधि तथा प्रभाव के बारे में बढ़ती चिंताओं से उत्पन्न वैध राष्ट्रीय सुरक्षा हितों से प्रेरित बताया है।


इस सप्ताह के अंत में पनामा से शुरू होने वाली मध्य अमेरिका की यात्रा से पहले रूबियो ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह यह पूर्वानुमान नहीं लगा सकते कि ट्रंप अपने कार्यकाल के दौरान डेनमार्क से ग्रीनलैंड खरीदने में सफल होंगे या पनामा नहर पर अमेरिकी अधिकार बहाल करने में। उन्होंने कहा कि लेकिन ट्रंप द्वारा दोनों पर दिया जाने वाला ध्यान प्रभाव डालेगा।

रूबियो ने एक साक्षात्कार में कहा, “मैं समझता हूं कि आप इस बात से निश्चिंत हो सकते हैं कि आज से चार वर्ष बाद आर्कटिक में हमारा हित अधिक सुरक्षित होगा; पनामा नहर में हमारा हित ज्यादा सुरक्षित होगा।”

रूबियो अमेरिका के शीर्ष राजनयिक के रूप में अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर शनिवार को पनामा पहुंचेंगे, जिससे यह संकेत मिलेगा कि वह और ट्रंप दोनों ही नहर की सुरक्षा को कितना महत्व देते हैं।

उन्होंने कहा कि नहर के प्रशांत और कैरीबियाई दोनों छोर पर बंदरगाहों और अन्य बुनियादी ढांचे तथा सुविधाओं में चीनी निवेश बड़ी चिंता का कारण है, जिससे पनामा और महत्वपूर्ण नौवहन मार्ग चीन के लिहाज से संवेदनशील हो गया है।

रुबियो ने कहा, “वे (चीनी कंपनियां) पूरे पनामा में हैं।”

वहीं पनामा में देश के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने बृहस्पतिवार को कहा कि पनामा नहर के स्वामित्व को लेकर अमेरिका के साथ कोई बातचीत नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि उम्मीद है, अमेरिकी विदेश मंत्री की आगामी यात्रा से उन्हें प्रवासन और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने सहित साझा हितों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।

रूबियो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत के रूप में आ रहे हैं, जिन्होंने बार-बार अमेरिका को पनामा नहर पर पुनः कब्जा करने का सुझाव दिया है।

मुलिनो से जब नहर को अमेरिकी नियंत्रण में वापस करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “यह असंभव है, मैं बातचीत नहीं कर सकता। यह हो चुका है। नहर पनामा की है।”

एपी प्रशांत यासिर

प्रशांत

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